उन्होंने कहा कि वह 40 वर्षों से सपा में जुड़े रहे और हमेशा समाजवादी विचार धारा की राजनीति करते हुए गरीब, मजलूम व बेसहारों की मदद की है और आगे की करता रहूंगा। जबकि अपने साथियों पर कभी भी कोई संकट नहीं आने दूंगा। उन्होंने कहा कि नेताओं की परिक्रमा न करने के कारण तथा अन्य अनर्गल आरोपों के चलते पार्टी से हटा दिया गया। आज जो खनन करते हैं और नकली शराब का धंधा करते हैं, वह नेता है। बैठक के दौरान पूर्व कबीना मंत्री ने जमकर भड़ास निकाली। फिर बोले कि दलालों और चाटुकार नेताओं को दलाली चलने नहीं दी। जो शराब बेचते थे और रात में पेड़ कटवाते थे, उन्हीं लोगों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के कान भरे हैं। यह नेता कभी भी पार्टी के हित में नहीं दिखे और इनको चुनावों में हमने कई बार पटखनी दी।
जिस प्रकार से मुझे पार्टी से निकाला गया, उससे लोकतंत्र की हत्या हुई है। जरायम करने वाले लोग पार्टी में पैर पसार रहे हैं। उन्होंने बताया मैं पार्टी में रहूं या न रहूं जनता की सेवा करता था, करता हूं और करता रहूंगा। जहां रहूंगा आपका सम्मान मेरे लिए सर्वोपरि होगा। मैंने राजनीति को धर्म माना, पेशा नही। वही पेशेवर लोग मेरी राजनीति खत्म करने पर अमादा है, लेकिन उनके मंसूबे कभी कामयाब नही होंगे। आपकी ताकत मुझे मजबूती देगी, लेकिन एक अनुरोध है कि लोकतंत्र के हत्यारों को सजा जरूर दें। क्योंकि चाटुकारों का पार्टी में बोलबाला है। ऐसे दलाल समाजवादी पार्टी में रहकर पार्टी व पार्टी प्रमुख का अपमान कराने से बाज नहीं आएंगे। इसके बाद उन्होंने लोगों से चर्चा व विचार विमर्श किये।