कहां से दिखाएंगे नागरिकता
शिवपाल यादव ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले नोटबंदी कर जनता को लाइन में लगवाया, जिसस देश को जान-माल का नुकसान हुआ। अब नागरिकता संशोधन के जरिए फिर से गरीबों को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए सरकारी बाबुओं के पास दौड़ना पड़ेगा। कहा, जिनके पास कोई प्रमाण पत्र नहीं हैं वह आपनी नागरिकता कैसे साबित करेंगे। अधिकारी ऐसे लोगों को प्रताड़ित करेंगे। हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं। कहा अगले हफ्ते लखनऊ में बैठक करके एक रणनीति तय होगी, जिससे पूरे प्रदेश में इस काले कानून की खामियों को उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
लोकतंत्र का जिंदा रहना जरूरी
शिवपाल ने देश में चल रहे विरोध-प्रदर्शन पर कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों को अपनी आवाज उठाने के लिए धरना, प्रदर्शन और ज्ञापन देने का पूरा अधिकार है। उन्हें ऐसा करने से रोकना लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करना है। लोकतंत्र में किसी की आवाज को सत्ता की दम पर दबाया नहीं जाना चाहिए। अगर लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा तो सरकार पूरी तरह तानाशाह हो जाएगी। सरकार की तानाशाही को रोकने के लिए लोकतंत्र का जिंदा रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकारें तो आती जाती रहती हैं, लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्था हमेशा मजबूत रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को अपने फैसले पर एक बार फिर से विचार करना चाहिए।
2022 में भाजपा की रवानगी तय
शिवपाल यादव ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा का जाना तय है। प्रसपा यूपी की सभी सीटों में मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी और भाजपा को हम समाजवादी ही सत्ता से बेदखल करेंगे। शिवपाल ने गठबंधन पर कहा कि प्रसपा हर उस विचारधारा के साथ खड़ी है जो सेकुलरवादी सोच की है। शिवपाल ने कहा कि जब से देश व प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है तब से लोगों के अंदर डर है। महंगाई की मार से जहां आमशहरी परेशान है तो वहीं बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी है। सरकार ने किसानों को अभी तक फसल बर्बादी का मुआवजा तक नहीं दिया। प्रसपा की सरकार यूपी में बनने के बाद किसान, मजदूर, गरीब और युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।
घर-घर तक पहुंचाएं पार्टी की विचारधारा
शिवपाल सिंह यादव ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहा कि वह भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरें। जनता की समस्याओं का निराकरण करवाएं। पार्टी की विचारधारा तो घर-घर तक पहुंचाए। इस मौके पर आशीष चैबे ,सुनील बाजपेई , हेमलता शुक्ला ,ज्ञानेंद्र यादव ,प्रदीप सचान ,पुष्पेंद्र यादव ,किसलए दीक्षित, वरुण गुप्ता, राजू खन्ना ,सचिन वोहरा, हाजी अयूब आलम ,अनूप त्रिपाठी, अभिषेक यादव, रघुवीर यादव ,पियूष शुक्ला ,मोहन यादव ,सचिन यादव आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।