वहीं उन्होंने प्रदेश सरकार पर तीखे प्रहार किए। बोले (Shivpal Singh Yadav) कि सरकार द्वारा आलू खरीदने के लिए केंद्र क्यों नही खोले गए। सरकार की एमएसपी देने की योजना कहां है। इस दौरान पूर्व सांसद रघुराज सिंह शाक्य, ब्लॉक प्रमुख अनुज मोंटी यादव , प्रसपा जिलाध्यक्ष सुनील यादव, कृष्ण मुरारी गुप्ता, राहुल गुप्ता, नारायण सिंह यादव आदि रहे। दरअसल 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का पारिवारिक झगड़ा शुरु हुआ था। चुनाव में समाजवादी पार्टी को हार मिलने के बाद झगड़े के हालात और भी बिगड़गाए थे। जिसके बाद अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव के पांच करीबी नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। उसके बाद शिवपाल यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी।