दूसरी सीट से लड़ सकते हैं चुनाव
प्रसपा कानपुर के प्रभारी रघुराज शाक्य ने पत्रिका से खास बातचीत के दौरान बताया कि 20 जनवरी को पार्टी की सभा कानपुर में रखी गई है। यहां मंडल के सभी जिलों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व अन्य लोग शामिल होंगे। सभा को हमारे प्रदेश अध्यक्ष संबोधित करेंगे। रविवार को कई समाजवादी पार्टी के बड़े नेता प्रसपा की सदस्यता लेंगे। रघराज शाक्य ने कहा कि कन्नौज में पार्टी जिताऊ उम्मीदवार को उतारेगी। ये हमारी परम्परिक सीट है। यहीं से लोहिया जी और मुलायम सिंह यादव ने चुनाव लड़ कर राजनीति में कदम रखा। लोहिया के गढ़ में समाजवाद को जिंदा रखने के लिए प्रसपा ने कमर कस ली है। रघुराज शाक्य ने कहा कि सपा प्रमुख को अंदरखाने डर सता रहा है कि यदि वो यहां से चुनाव के मैदान में उतरे तो उनकी हार तय हैं। इसलिए अखिलेश यादव कन्नौज के बजाए दूसरी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
कांग्रेस से चल रही है बात
प्रसपा नेता ने बताया कि प्रसपा ने यूपी के छोटे-बड़े कुल 45 दलों के साथ गठबंधन करने जा रही है। हां यदि कांग्रेस की तरफ से ग्रठबंधन में ऑफर आता है तो पार्टी उस पर जरूर विचार करेगी। प्रसपा हर हाल में भाजपा को सत्ता से हटाना चाहती है। इसी के चलते सेकुलीवादी सोंच के नेताओं के साथ 2019 का चुनाव लड़ेगी। कहा, अखिलेश और मायावती के बीच हुआ गठबंधन मजबूत नहीं है। चुनाव के बाद सीटें ज्यादा मिलने पर मायावती भाजपा के साथ सरकार में शामिल हो सकती हैं। ऐसा उन्होंने पहले भी किया है। भाजपा के सहयोग से यूपी में कईबार सरकार चलाई। इतना ही नहीं गुजराज विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए प्रचार के लिए भी जा चुकी हैं। ऐसे में मतदाता बेमेल गठबंधन के पक्ष में वोट नहीं करेगा।
सपा के बजाय प्रसपा से लड़ेंगे चुनाव
रघुराज शाक्य ने फिर दोहराया कि मुलायम सिंह यादव सपा-बसपा गठबंधन के तहत चुनाव के मैदान में नहीं उतरेंगे। वो प्रसपा के चुनाव चिन्ह में मैनपुरी से नमांकन करेंगे। नेता जी का आर्शीवाद हमारे साथ है और वो भाजपा को देश से हटाने के लिए चुनाव प्रचार भी करेंगे। कहा, पुराने समाजवादियों का सपना था कि नेता जी देश के प्रधानमंत्री बनें, पर मायावती के अलावा कुछ अन्य दलों के चलते ऐसा नहीं हो पाया। लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली में उसी की सरकार बनेंगी, जिसे प्रसपा समर्थन करेगी। यूपी में हम गठबंधन से ज्यादा सीटें जीतनें जा रहे हैं। आदित्य यादव के चुनाव लड़ने के प्रश्न पर कहा कि इसका फैसला पार्टी के वरिष्ठ नेता करेंगे।