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चप्पा चप्पा चरखा चले सुन गंगा भी इतराई, हरिहरन ने बिठूर में अपने गीतों से समां बांधी

locationकानपुरPublished: Dec 24, 2017 05:47:11 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

नानराव पेशवा की नगरी पिछले चार दिनों से जगमग है। यहां देश-विदेश से एक्टर, कवि, कब्बाल और नटकारों को जमावड़ा है।

singer hariharan performance
कानपुर. नानराव पेशवा की नगरी पिछले चार दिनों से जगमग है। यहां देश-विदेश से एक्टर, कवि, कब्बाल और नटकारों को जमावड़ा है। देर शाम बिठोर महोत्सव को चार-चांद लगाने लिए गायक हरिहरन पहुंचे और जैसे ही उन्होंने चप्पा चप्पा चरखा चले, भारत हमको जान से प्यारा हैकृगीत गुनगनाए, मां गंगा भी इतरा गईं, वहीं पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस मौके पर हरिहरन ने कई मशहूर गीत गाकर समां बांध दी। हरहिरन ने कहा कि बिठूर से 1857 को नानराव और उनके क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों के विरूद्ध ऐलान-ए-जंग किया था। कानपुर के कपड़े, जूते और यहां का भोजन पूरे देश में फेमस है।
जानेमन तू ही मेरा दिल…

बिठूर महोत्सव के चौथे दिन कई कलाकार यहां पहुंचे और अपनी प्रस्तुती देकर लोगों को खूब हंसाया। हरिहरन पे 1998 में रिलीज हुई फिल्म ‘अर्थ’ के गीत ‘धीमी धीमी से सफर को आगे बढ़ाया।’ ‘हम तुम से ना कुछ कह पाएं’ फिल्म रोजा का ‘रोजा जानेमन तू ही मेरा दिल’, ‘तू है मेरे दिल में’, ‘सावन बरसे तरसे दिल’ ‘ओ हंसिनी’, ‘चंदा रे चंदा रे’, ‘तू ही रे’, ‘यादें याद आती हैं, बाते भूल जाती हैं’, ‘चप्पा चप्पा चरखा चले’, ‘भारत हमको जान से प्यारा है’, गीतों को गाकर देर रात तक समां बांधे रखा। स्थानीय विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने इस मौके पर कहा कि पिछली सरकारों के चलते महोत्सव रोका गया, लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही बिठूर को पर्यटक के साथ ही इसकी एतिहासिक धरोहरों को विकसित करने का कार्य शुरू हो गया है।
गोटिपुआ नृत्य ने सभी का मन मोहा

चौथे दिन ओडिशा के गोटिपुआ नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। मंडलायुक्त और जिलाधिकारी ने प्रस्तुति करने वाले प्रत्येक कलाकार को माला पहनाकर सम्मानित किया। बच्चों की प्रस्तुति देखकर हर कोई अचंभित था। गोटिपुआ ओडिशा का पारंपरिक नृत्य है। यह उड़ीसा में युवा लड़कों के द्वारा सदियों से किया गया है। नृत्य के माध्यम से जगन्नाथ और कृष्ण की प्रशंसा करने के लिए प्रशंसा करने के लिए महिलाओं की पोशाक धारण करते हैं। राधा और कृष्ण के जीवन से प्रेरित कलाबाजी के आंकडे़ करने वाले लड़कों के समूह के द्वारा नृत्य को प्रस्तुति किया जाता है। पंडाल में जैसे ही कलाकारों ने गोथ्अपुआ नृत्य प्रस्तुत किया वैसे दर्शक टकीटकी लगाकर उसे निहारते रहे। बेहरीन करतब के जरिए उड़ीसा से कलाकारों ने अपनी कला का जौहर दिखा, पुरानी संस्कृति की याद ताजा करा दी।
जलवा बिखेरेंगे कई दिग्गज

बिठूर महोत्सव के आखरी दिन आज की रात कई दिग्गज यहां पहुंचेंगे और अपनी कला के जरिए लोगों को हंसाएंगे। भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने बताया कि कवियों की कविताओं के साथ बॉलीवुड के तड़का का स्वाद दर्शक चखेंगे। समापन के अवसर पर हम सब मिलकर गंगा को स्वच्छ रखने का संकप्ल लेंगे और जब अगले साल यहां फिर मिलेंगे, तब गंगा का जल पूरी तरह निर्मल मिलेगा। कानपुर के लोग अगर ठान लें, तो हर काम कर सकते हैं। डीएम सुरेंद्र सिंह ने भी गंगा सफाई के साथ पीएम के स्वच्छता मिशन को धार देने के लिए अभियान चलाए जाने की बात कही। डीएम ने कहा कि गंगा का जल हर हाल में निर्मल होकर रहेगा। प्रशासन, और पब्लिक मिलकर इसे साकार करेगा।
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