इससे पहले विकास दुबे के सहयोगी कहे जाने वाले श्यामू बाजपेयी की मां और बहनों ने अपना बयान एसआईटी के सामने दर्ज कराया है। उनके परिवार का मानना है कि श्यामू निर्दोष है। जबकि कानपुर मुठभेड़ में श्यामू को अभियुक्त मानते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है।
जय बाजपेयी की अवैध संपत्ति की हो सकती है जांच कानपुर हत्याकांड में विकास दुबे के साथी रहे जय बाजपेयी की अवैध संपत्ति की जांच हो सकती है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और प्रवर्तन निदेशलाय जय बाजपेयी की संपत्ति की जांच करेंगे। इसके लिए ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर जय बाजपेयी की संपत्ति की जांच करने की अनुमति मांगी है। जय बाजपेयी पर अवैध रूप से संपत्ति अपने नाम करने का आरोप है।
पांच भाईयों में तीसरे नंबर पर जय के नाम ब्रह्मनगर में दो मकान हैं, जबकि उसकी पत्नी श्वेता के नाम पर बी ब्लॉक पनकी व ब्रह्मनगर में एक-एक मकान है। बाकी चारों भाइयों या उनकी पत्नियों के नाम कोई मकान नहीं है। जय के नाम पर इंडिगो कार है, जबकि बाकी भाइयों के नाम दोपहिया वाहन ही हैं।
जय के पास रिवॉल्वर का लाइसेंस और पासपोर्ट भी है। जय के एक चार मंजिला मकान में पुलिसवाले किराये पर रहते थे। इनमें तत्कालीन परमट चौकी प्रभारी राजपाल सिंह व पांच महिला कांस्टेबल भी थीं। जय ने कभी किराये की कोई रसीद नहीं काटी।
विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज जय बाजपेयी के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 302, 307, 395, 412, और 120बी के तहत थाना चौबेपुर में मामला दर्ज किया गया है। जय बाजपेयी द्वारा अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने की जांच के लिए एजेंसियों ने प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है।