विकास दुबे के नेटवर्क में 1.5 अरब की संपत्ति की जांच करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती, एसआईटी ने ईडी को सौंपी जांच रिपोर्ट
- विस्तृत जांच के लिए यूपी सरकार की एसआईटी ने ईडी के हवाले किया मामला
- रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे उसके नेटवर्क में शामिल लोगों की संपत्ति की जांच करना यूपी सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए गठित की गई विशेष जांच टीम एसआईटी ने इस मामले की जांच ईडी को सौंप दी है। इसके साथ ही एसआईटी ने अपनी जांच मे विकास दुबे और उसके नेटवर्क के लोगों के खिलाफ 150 करोड़ रुपए की अवैध चल और अंचल सम्पत्ति के दस्तावेज के जो सबूत जुटाये थे। अब इस मामले की विस्तृत जांच के लिए यूपी सरकार की एसआईटी ने इस मामले को ईडी के हवाले कर दिया है।
दरअसल अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अगुवाई में यूपी सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की जांच पूरी होने के बाद इसकी रिपोर्ट पहले शासन को दी गई थी। अब इस रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यूपी सरकार के सामने अब चुनौती विकास दुबे के शागिर्दों और उनके सहयोगियों की अवैध संपत्ति का खुलासा करना है।
अब सरकार ईडी के माध्यम से पता लगाएगी कि विकास दुबे ने अपनी काली कमाई का निवेश कहां और किसके माध्यम से किया है। इसके अलावा उसके नेटवर्क में किन लोगों के पास कितनी संपत्ति है। इसलिए इस मामले की जांच आर्थिक अपराध की जांच करने वाली एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय को सौंपी गई है। प्रवर्तन निदेशालय सबूतों के आधार पर मनी लॉड्रिंग की जांच की जांच करेगा और इस मामले को बेनकाब करेगा।
ये भी पढ़ें - कोर्ट ने रद्द किया वाराणसी के उप परिवहन आयुक्त का निलंबन आदेश
दबिश देने गए पुलिसकर्मियों पर हुआ था हमला
बता दें कि साल 2020 में दो जुलाई को कानपुर के बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके गुर्गों ने दबिश देने गए पुलिसकर्मियों पर हमला किया था, इस हमले में आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। इस वारदात को अंजाम देने के बाद विकास दुबे फरार हो गया था। करीब एक हफ्ते के बाद जब उसे मध्य प्रदेश के उज्जैन में पुलिस ने पकड़ा था। पुलिस के अनुसार उज्जैन से कानपुर लाते वक्त विकास दुबे ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद मुठभेड़ हुई और विकास दुबे एनकाउंटर में पुलिस की गोली से मारा गया।
अब पाइए अपने शहर ( Kanpur News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज