क्यों घोषित करना पड़ा रेड जोन
निजामुद्दीन मरकज से आए सात तबलीगी जमातियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि के बाद कानपुर नगर व ग्रामीण क्षेत्र के छह इलाकों को पुलिस-प्रशासन ने रेड जोन घोषित कर इन्हें सीज कर दिया है। जनपद में अभी तक जमात से जुड़े 56 सदस्यों को हैलट, उर्सला रामा ट्रांमा सेंटर पर आइसोलेशन वार्ड पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने 32 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे थे। इनमें से 7 की रिपोर्ट कोरोना पाॅजीटिव के तौर पर आई है। कोरोना पाॅजीटिव मरीजों में तीन विदेशी नागरिक भी हैं।
लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग
कोरोना संदिग्धों को तलाशने के लिए पुलिस इन इलाकों में स्थित 39 हजार घरों को खंगाला जाएगा। इनमें से घाटमपुर क्षेत्र के 14,340 घर भी इसमें शामिल हैं। देररात बजरिया इंस्पेक्टर पुलिस बल के साथ इलाके में लाउडस्पीकर के जरिए लोगों को इलाके के रोड जोन घोषित किए जाने की जानकारी दी। साथ ही उनके घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की। रविवार को चमनगंज और बजरिया क्षेत्र की मस्जिदों के एक किमी दायरे में पुलिस ने अभियान चलाया हुआ है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों थानाक्षेत्रों से करीब साढ़े तीन सौ लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की और उन्हें होम क्वारंटाइन कराया।
कर्फ्यू जैसे हलात
रेड जोन घोषित किए गए मोहल्लों में स्थित मस्जिदों के आसपास रविवार की सुबह से लेकर दोपहर 1 बजे तक कर्फ्यू जैसे हालात हैं। लोग अपनेघरों से नहीं निकले और ठेलेवाले व खाद्यान्न की होम डिलीवरी करने वाले भी कम ही दिखाई दिए। इस वजह से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी। मामले पर एसएसपी अनंत देव तिवारी के मुताबिक जनपद के सभी रेड जोन में पीएसी के अलावा पुलिसबल के जवान 24 घंटे तैनात करेंगे। द्रोन के जरिए पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है। यदि कोई भी व्यक्ति घर से बाहर निकता तो आरोपित पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
यहां पर रूके थे जमाती
बतादें तबलीगी जमात में शामिल दो अफगानी और एक गुजराती जमाती में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके अलावा सजेती की बरीपाल मस्जिद में ठहरी जमात में शामिल तीन लोग भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। संक्रमित अफगानी उसी जमात का हिस्सा थे जो हलीम प्राइमरी वाली मस्जिद में ठहरे थे। इसके बाद कर्नलगंज की शेख हुमायूं मस्जिद, नौबस्ता की खैर मस्जिद होते हुए सुफ्फा मस्जिद पहुंचे थे। जबकि बरीपाल मस्जिद में ठहरी जमात के सदस्य कानपुर देहात के गजनेर और कैथा गए थे। इन सभी इलाकों को पुलिस ने सीज कर दिया है।