बताया जाता है कि कई मुकदमे होने के बावजूद पूर्व प्रधान के बेटे के असलहा लाइसेंस फार्म में रिपोर्ट लगाने के मामले में पूर्व सचेंडी एसओ और दरोगा फंस गए हैं। जांच के दौरान खुलासा हुआ कि लाइसेंस फर्जीवाड़े में भौंती की पूर्व प्रधान के बेटे सौभाग्य सिंह का भी असलहा लाइसेंस है। सौभाग्य सिंह ने अपना दूसरा नाम विपिन सिंह को छुपाकर असलहा लाइसेंस का आवेदन किया था। जबकि विपिन सिंह के नाम पर कई मामले सचेंडी समेत अन्य थाने में दर्ज हैं।
सौभाग्य के असलहा लाइसेंस आवेदन में पूर्व एसओ सचेंडी राघवेंद्र सिंह और सब इंस्पेक्टर नन्हे ने बिना जांच किए ही सकारात्मक रिपोर्ट लगा दी। उसके दूसरे नाम और उस पर दर्ज मामले का आवेदन में जिक्र तक नहीं किया। ऐसे में उसका लाइसेंस फर्जी तरीके से स्वीकृत हो गया। जानकारी आला अफसरों को होने पर एसपी ग्रामीण प्रद्युम्न सिंह ने प्रारंभिक जांच की। उन्होंने माना कि रिपोर्ट लगाने में गड़बड़ी हुई है। उस पर मामले दर्ज हैं।
इस मामले की जांच रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी गई है। एसएसपी अनंत देव ने बताया कि प्राथमिक जांच में गड़बड़ी लग रही है। प्रारंभिक जांच ट्रेनी आईपीएस व सीओ सदर बीबीजीटी एस मुर्थी को दी गई है। उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर पूर्व एसओ व दरोगा समेत अन्य पुलिस कर्मियों पर आरोप तय होंगे। फिर उन पर कार्रवाई की जाएगी।