सांप्रदायिक हिंसा केे पीछे शासक-प्रशासक दोषी समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष Naresh Uttam दोबारा प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के बाद पहली बार अपने गृह नगर कानपुर पहुंचे। जहां सपाईयों ने उनका फूल-माल्यापर्ण कर भव्य स्वागत किया। नरेश उत्तम ने कहा कि कानपुर में जो Sampradayik Hinsa हुई है वो निंदनीय है और हमारी लोगों से अपील है कि वो भाईचारा बनाए रखें। साथ ही योगी सरकार व उनके अफसरों पर जुबानी हमला बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की चूक के चलते यूपी संप्रदायिक हिंसा के चलते जला। अगर सरकार समय रहते इसे रोक लेती तो इतना बड़ा नुकसान नहीं हो पाता। संघ और भाजपा के एजेंडे में ही हिंदू-मुस्लिम के बीच विवाद करा चुनाव जीतना है। सपा इनके मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगी।
पीएम-सीएम ने जनता का विश्वास तोड़ा सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि मोदी व योगी की सरकार जनता का विश्वास तोड़ने में लगी है। सरकार लगातार संविधान का उल्लंघन कर रही है। सपा इसका विरोध करेगी। बोले, जीएसटी (GST) और नोटबंदी (Note Bandi) के चलते देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है। युवाओं को रोजगार देने में असफल सरकार प्रदेश की छात्राओं पर लाठियां चलवा रही है। उन्होंने कहा कि अच्छे दिन कब आएंगे, यह जनता को भी पता नहीं है। सरकार कॉलोनियों को नीलामी में बेचने की तैयारी कर रही है, कॉलोनी वहां पर रह रहे लोगों के नाम की जाए। बोले, भाजपा विकास की ओर ध्यान नहीं दे रही है। नरेश उत्तम नेे कहा कि पीएम मोदी ने लोगों को झूठे वादे के जरिए छला है, जिसका भुगतान इन्हें लोकसभा चुनाव में जनता देगी।
गुटबाजी की बात नकारी सपा में चल रही गुटबाजी की बात प्रदेश अध्यक्ष घुमा गए। उन्होंने कहा कि आगरा में होने वाले राष्ट्रीय सम्मेलन में नेताजी की विचारधारा पहुंच रही है। इसलिए नेताजी कहीं अलग नहीं हैं। बैनर-पोस्टर से शिवपाल के गायब होने पर बोले कि किसी भी तरह की गुटबाजी नहीं है। निकाय चुनाव कार्यकर्ताओं की बदौलत लड़ा जाएगा। सपा साइकिल से ही चुनाव लड़ेगी। वहीं नगर अध्यक्ष फजल महमूद ने मंच से कहा कि प्रदेश अध्यक्ष आगामी निकाय चुनाव में झंडा-बैनर उठाने वालों को ही टिकट में वरीयता दें। कहा कि जब उन्होंने कई पार्टी पदाधिकारियों को कार्यक्रम का निमंत्रण दिया तो वह बोले, प्रदेश अध्यक्ष आ रहे हैं, राष्ट्रीय अध्यक्ष थोड़े न आ रहे हैं। दो दिन से कई लोग कार्यक्रम निरस्त होने का भ्रम फैला रहे हैं। कई ग्रुपों में फर्जी मैसेज चलाए जा रहे हैं। इसी तरह से विधानसभा चुनाव में भी डील की गई। आप वहां साइकिल को जिताएं, हम कमल खिलवा देंगे।