दस दिन पूर्व सीएसए के सरोजिनी नायडू छात्रावास की छत से कानपुर देहात के शिवली में रहने वाली छात्रा दिव्या कमल संदिग्ध परिस्थितियों में गिर गई थी। जिसके बाद उसे गंभीर हालत में हैलट में भर्ती कराया गया था। बाद में उसके भाई सौरभ ने हॉस्टल में रैगिंग होने और बहन को छत से नीचे फेंकने का आरोप लगाया था। जिसके बाद सीनियर छात्राओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
छात्रा दिव्या कमल ने बताया है कि सीनियर्स छात्राएं जूनियर्स के कमरों में जाकर रैगिंग करती हैं। बाल खुले रखने पर जबरन चोटियां बंधवा देती हैं। कहती हैं कि सामने मोबाइल पर बात न करो, हमेशा सिर झुकाकर चलो और विरोध पर मारपीट करती हैं। सीओ स्वरूपनगर अजीत सिंह चौहान ने बताया कि छात्रा के जल्द ही बयान लिए जाएंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
दिव्या को फिलहाल यह याद नहीं आ रहा है कि वह छत से कैसे गिरी। उसने बताया कि वह रैगिंग से परेशान जरूर थी पर इसकी वजह से उसने जान देने के बारे में नहीं सोचा। उसका कहना है कि वह घटना वाली रात छत पर फोन ऑपरेट कर रही थी। तभी सीनियर्स आ गईं। फिर क्या हुआ? उसे यह याद नहीं है।