कानपुर से भाजपा की मेहनत सफल हुई है। भाजपा ने यहां से स्वप्निल को टिकट देकर दांव खेला था। कुल 32 सदस्यीय सीट पर स्वप्निल को 25 वोट मिले तो सपा को महज 5 वोट से संतोष करना पड़ा। जबकि 2 वोट अवैध घोषित हुए हैं। आपको बता दें कि स्वप्निल वरुण पूर्व कैबिनेट मंत्री कमलरानी वरुण की पुत्री हैं। पिछले कोरोना काल में बीमारी के चलते उनका निधन हो गया था। वहीं भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए उन्हें टिकट दी थी।
वहीं कानपुर देहात से भाजपा ने अपना प्रत्याशी नही उतारा था। यहां निर्दलीय प्रत्याशी नीरज रानी ने जीत हासिल की है। इस 32 सदस्यीय सीट पर निर्दलीय नीरज रानी को 26 वोट मिले, जबकि उनके सामने सपा से निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष रामसिंह यादव को भी 5 वोट ही मिले। कुल 31 वोट ही पड़े। नीरज रानी अकबरपुर बीजेपी सांसद देवेंद्र सिंह भोले की बहू एवं उनके छोटे भाई राजेंद्र सिंह उर्फ राजू की पत्नी हैं।