कानपुर

राष्ट्रपति के पैतृक गांव में किसानों ने किया ऐसा काम, तहसील प्रशासन ने इस वजह से की ऐसी कार्रवाई

तहसील प्रशासन ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की।

कानपुरNov 25, 2019 / 06:25 pm

Arvind Kumar Verma

राष्ट्रपति के पैतृक गांव में किसानों ने किया ऐसा काम, तहसील प्रशासन ने इस वजह से की ऐसी कार्रवाई

कानपुर देहात-प्रदूषण को लेकर सरकार इस समय चिंतित है। इसके चलते जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए हैं। बावजूद लोग बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कानपुर देहात के डेरापुर तहसील के परौंख गांव में सामने आया। आपको बता दें कि परौंख गांव देश के राष्ट्रपति महामहिम रामनाथ कोविंद का पैतृक गांव है। यहां पराली जलाने की सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। इसके बाद पुष्टि होने पर किसान को नोटिस देकर तहसील कार्यालय में जुर्माना जमा करने के निर्देश दिए गए। इस संबंध में तहसील डेरापुर के तहसीलदार लाल सिंह यादव ने बताया कि परौंख गांव में जितेंद्र सिंह पुत्र इकबाल सिंह गाटा संख्या 208 खेत पर पराली जला रहे थे, जिससे पर्यावरण पर खतरनाक असर हो रहा था।
उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर मौके पर जाकर लेखपाल राधेश्याम ओझा ने नोटिस देकर ढाई हजार रुपए जुर्माना रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए। बता दें कि इसके पूर्व सरगांव बुजुर्ग गांव में 4 लोगों को पराली जलाने की नोटिस दी गई थी। जिस पर छोटेलाल पुत्र पल्लर ने तहसील में आकर ढाई हजार रुपए क्षतिपूर्ति जुर्माना जमा कर दिया। वही तीन लोगों को नोटिस देने के बाद कार्यालय में स्पष्टीकरण देने की बात कही। तहसीलदार ने बताया कि समस्त लेखपालों को अपने-अपने क्षेत्र में पराली जलाने वाले पर जुर्माना धनराशि जमा करानी पड़ेगी। जुर्माना ना जमा करने वाले किसान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजे जाने की कार्रवाही की जाएगी।

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