जीआरपी इंस्पेक्टर राम मोहन राय ने बताया कि ट्रेन नंबर 12869 झारखंड एक्सप्रेस के एस-2 कोच में टिकट चेक कर रहे बर्रा वर्ल्ड बैंक निवासी फर्जी टीटीई अजीत शर्मा को यात्री की शिकायत पर ट्रेन में तैनात टीटीई सचिन व चंद्रशेखर ने पकड़ा था, जिसे उन्होंने जीआरपी के सुपुर्द किया था. पूछताछ में पता चला कि गोविंदनगर निवासी अमित त्रिपाठी ने अजीत से चार लाख रुपए रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर लिए थे. एक माह पूर्व अमित ने उसे कोलकाता बुला कर फर्जी रेलवे का पास व टीटीई की आईडी बनाकर दे दी.
जीआरपी इंस्पेक्टर राम मोहन राय ने बताया कि फर्जी टीटीई अजीत व टप्पेबाज अमित को गिरफ्तार कर लिया गया है. सोमवार को टप्पेबाज युवक अमित को जेल भेज दिया गया. कई अन्य लोगों के साथ भी टप्पेबाजी की संभावना के चलते जीआरपी जांच कर रही है. जांच के बाद आगे किसी निष्कर्ष पर आया जा सकेगा. वैसे रेलवे के नाम पर टप्पेबाजी का ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी इस तरह के ठगी और टप्पेबाजी के कई मामले सामने आ चुके हैं. इसके बावजूद भी लोग हैं कि सतर्क होने का नाम नहीं लेते हैं.