कानपुर

पोयम नहीं सुनाई तो बना दिया मुर्गा, टीचर ने बच्चों को बेहरमी से पीटा

ग्वालटोली का मामला, टीचर ने बच्चों को दी कड़ी सजा, पुलिस ने किया अरेस्ट

कानपुरJul 05, 2018 / 05:46 pm

Vinod Nigam

पोयम नहीं सुनाई तो बना दिया मुर्गा, टीचर ने बच्चों को बेहरमी से पीटा

कानपुर। ग्वालटोली थानाक्षेत्र स्थित रहने वाले एक कारोबारी के दो मासूम बेटों को एक टीचर ने पोयम नहीं सुनाने पर बेहरमी से पीटा। दोनों को मुर्गा बनाकर डंडे से पीट कर पूरे पीठ लाल कर दी। बच्चे टीचर की मार से बेहोश हो गए तो उसने पानी छिड़कर उन्हें होश में लाया और धमकी देते हुए घर से भगा दिया। बच्चों ने रो-रो कर अपनी मां से पूरी दास्तां बया की। पीड़ित परिवार अपने बच्चो को लेकर थाना पुलिस के पास पहुंचा लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुयी। इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टर्स ने पुलिस केस बता एडमिट करने से इंकार दिया। परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए। मामला बड़ता देख डॉक्टर्स हरकत में आए और बच्चों को एडमिट कर उनका इलाज शुरू किया।
इसलिए दी सजा
ग्वालटोली थाना क्षेत्र के रहने वाले महेश गुप्ता के दो बेटे नमन (8) और अमन (6) है। महेश अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए एडमिशन कान्वेंट स्कूल में करवाया था। स्कूल प्रबंधक ने अभिभावकों से कहा कि उनके बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं। इसलिए उन्हें ट्यूशन लगवाएं। पिता ने पड़ोस के टीचर मिथलेश से बच्चों को पढ़ाने के लिए कहा। टीचर ने हामी भर दी और अपने घर में आने को कहा। आज नमन और अमन ट्यूशन पढ़ने मिथलेश के घर गए थे। ट्यूशन टीचर मिथलेश ने दोनों से इंग्लिश की कोई पोयम सुनाने को कहा लेकिन जब नमन पोयम नहीं सुना सका तो ट्यूशन टीचर ने उसे मुर्गा बना दिया और डंडे से पीटने लगा। नमन को बचाने के लिए अमन ने टीचर को रोका तो उसे भी लाल-घूसों और डंडे से प्रहार कर घायल कर दिया।
होश में आने के बाद फिर बरसाएं डंडे
टीचर की पिटाई से दोनों बच्चे घायल हो गए और बेहोश हो गए, तो टीचर उनके चेहरे में पानी डालकर होश में लाया और फिर पीटा। हुआ। नमन ने बताया कि टीचर अक्सर हमें पीटते थे और घर में शिकायत करने पर ज्यादा पनिसमेंट की बात कहते थे। आज उन्होंने इंग्लिस की पोयम सुनाने को कहा। मैंने पोयम सुना दी, बावजूद टीचर ने कहा कि तुम तत्काल मुर्गा बन जाओ और एक नहीं दर्जन बार पोयम सुनाओ। मैं मुर्गा बन गया और थक कर खड़ा हो गया तो टीचर डंडा लेकर आया और मुझ पर टूट पड़ा। अमन बचाने के लिए दौड़ा तो टीचर ने उसकी भी बेहरमी से पिटाई कर दी। हम दोनों बेहोश हो गए तो होश में लाने के बाद उसने फिर पीटा और घर में शिकायत करने पर इससे ज्यादा पिटाई की धमकी देते हुए भगा दिया।
मां को बताई क्रूर टीचर की करतूत
बच्चो की मां नेहा गुप्ता का कहना है की जब दोनों बच्चे घर आये तो वह पसीने से भीगे हुए थे उनके कपडे उतारे गए तो शरीर पर काफी निशान थे। पूछने पर बच्चो ने बताया की पोयम ना सुना पाने पर ट्यूशन टीचर मिथलेश ने लकड़ी के डण्डे से मारा है। नेहा का कहना है कि पुलिस में शिकायत की तो वह कार्रवाई करने के बजाय समझौता करने का दबाव बना रही है। ट्यूशन टीचर द्धारा बच्चो की पिटाई होने की शिकायत ग्वालटोली थाने में करने के बाद भी पुलिस ने ना तो आरोपी टीचर को अपनी हिरासत में लिया और ना ही दोनों बच्चो का मेडिकल परिक्षण कराया। नेहा गुप्ता ने बताया कि मासूमों को तालिबानी सजा देने वाले टीचर को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। टीचर ने गुरू और शिष्य के रिश्ते को दाग लगाया है। ऐसे टीचर को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाना चाहिए।
इलाज करने से किया इंकार
परिजन अपने दोनों बच्चो को लेकर जिला अस्पताल उर्सला, पहुंचे लेकिन वंहा के डाक्टरों ने अस्पताल में भर्ती करने से मना कर दिया। बच्चो के परिजन डाक्टर्स के पैर पकड़ लिए, लेकिन धरती के भगवानों का दिल नहीं पसीजा। बच्चों के साथ परिजन उर्सला अस्पताल के गेट के बाहर बैठ गए। तभी मीडियाकर्मी अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने उर्सला के निदेशक को पूरे प्रकरण की जानकारी दी। मामला बड़ता देख डॉक्टर्स ने दोनों बच्चों को एडमिट कर उनका इलाज शुरू कर दिया। वहीं मामले की जानकारी एसएसपी को हुई तो उन्होंने तत्काल ग्वालटोली पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस दोनों बच्चो को अस्पताल में भर्ती करवाया और आरोपी ट्यूशन टीचर को। हिरासत में ले लिया। डिप्टी एसपी मनोज गुप्ता के मुताबिक नमन और अमन गर्मी की छुट्टी में ट्यूशन पढ़ने जाते है । बच्चो ने पोयम नहीं सुनाया होगा जिसपर टीचर ने उनको मारा है। दोनों बच्चो का मेडिकल परिक्षण कराया जा रहा है परिजनों की तहरीर पर कार्रवाई की जा रही है।

 
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