तेजस एक्सप्रेस में मूल किराया तो तय हो गया पर कैटरिंग और अन्य का चार्ज फाइनल न होने से इसका भाड़ा तय नहीं हो सका। आईआरसीटीसी के अफसरों ने बताया कि इसका किराया कानपुर या लखनऊ से दिल्ली को चलने वाली फ्लाइटों के भाड़े से आधा होगा। इसके अलावा इसका किराया स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस से 10 से 15 फीसदी अधिक होगा। अब विभागीय अफसर यात्रियों को शुरुआती दिनों में रिझाने की खातिर कुछ छूट दे सकते हैं।
कानपुर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को रिवर्स शताब्दी एक्सप्रेस में अगर सीट नहीं मिल सकी या किन्हीं वजहों से छूट गई तो तेजस एक्सप्रेस में करंट टिकट लेकर आराम से दिल्ली जा सकते हैं। रिवर्स शताब्दी के कानपुर से छूटने का समय सुबह छह बजे है, जबकि तेजस एक्सप्रेस कानपुर से सुबह 7:25 बजे रवाना होगी। दोनों तरफ से कानपुर में ट्रेन आने के दो घंटे पहले ही काउंटर खुल जाएगा। इसके अलावा इस ट्रेन में सीटों की बुकिंग ऑनलाइन भी होगी। वापसी में गाजियाबाद से तेजस के छूटने के बाद भी लखनऊ जाने के लिए यात्री बची सीटों पर करंट काउंटर से रिजर्वेशन करा सकते हैं। सेंट्रल से यह ट्रेन रात 9:35 बजे छूटेगी और लखनऊ रात पौने 11 बजे पहुंचेगी।
तेजस एक्सप्रेस की टिकट बुकिंग आरक्षण केंद्र में नहीं होगी। इसकी बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी अपना रिजर्व काउंटर खोलेगा। यह काउंटर कैंट साइड पोर्टिको को बाहर बंद हुई इंक्वायरी खिड़की में खोला जाएगा। इसकी मंजूरी भी रेलवे ने दे दी है। आईआरसीटीसी के स्थानीय प्रभारी अधिकारी वरुण ने बताया कि तेजस एक्सप्रेस में टिकट बुकिंग दो घंटे पहले शुरू होगी। इसकी बुकिंग ट्रेन छूटने के दो मिनट पहले तक जारी रहेगी। इसके अलावा इसका काउंटर एक ही साइड यानी कि कैंट साइड होगा। पोर्टिको से बाहर काउंटर होने से प्लेटफार्म लेने की भी झंझट नहीं होगी। यात्री टिकट लेने के बाद ही अंदर आएगा।
आईआरसीटीसी 60 दिन पहले ही रिजर्वेशन कराने की सुविधा देगी। तेजस एक्सप्रेस में भी यही व्यवस्था लागू होगी। तेजस एक्सप्रेस का संचालन चार अक्तूबर से होना है। ऐसे में अब तक रिजर्वेशन खोल देना चाहिए लेकिन नई ट्रेन होने की वजह से अभी रिजर्वेशन होना खुला नहीं है। रिजर्वेशन शुरू होने के बाद अगले 60 दिनों के लिए सीटें रिजर्व कराई जा सकती हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन के पहले ऑनलाइन टिकटों के लिए आईआरसीटीसी ने एक सप्ताह पहले बुकिंग शुरू की थी।