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मदद के लिए साथ गए परिचित ने विधवा के साथ की धोखाधड़ी, तीन साल से भटकने के बाद डीसीपी बने रहनुमा

locationकानपुरPublished: Jun 07, 2021 11:09:25 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

सावित्री खरे ने डीसीपी को बताया कि वह कम पढ़ी लिखी हैं, इसके लिए उन्होंने शुभम की मदद ली थी। पता नहीं था कि वह खुद ही धोखेबाजी का शिकार हो जाएंगी।

मदद के लिए साथ गए परिचित ने विधवा के साथ की धोखाधड़ी, तीन साल से भटकने के बाद डीसीपी बने रहनुमा

मदद के लिए साथ गए परिचित ने विधवा के साथ की धोखाधड़ी, तीन साल से भटकने के बाद डीसीपी बने रहनुमा

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. प्लॉट की रजिस्ट्री कराने गई विधवा का प्लॉट उसके परिचित ने आवास विकास (Avas Vikas Kanpur) के बाबू से सांठगांठ कर हड़प लिया। न्याय की गुहार लेकर महिला तीन साल से चक्कर काट रही थी। वही महिला की शिकायत सुन डीसीपी पश्चिम संजीव त्यागी के आदेश पर कल्याणपुर पुलिस ने आवास विकास के बाबू इंद्र कुमार तिवारी व शुभम द्विवेदी सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है।
सावित्री खरे निवासी जामू थाना बिधनू के पति के नाम कई साल पहले कल्याणपुर आवास-विकास के अंबेडकरपुरम में 60 वर्ग गज का प्लाट आवंटित हुआ था। पति की मौत के बाद सावित्री ने सारी किस्तें भी भर दीं। तब महिला अपने परिचित गंगागंज पनकी निवासी शुभम द्विवेदी को लेकर 26 मई 2018 को प्लॉट की रजिस्ट्री कराने आवास-विकास पहुंचीं। महिला का आरोप है कि प्लॉट की रजिस्ट्री होने के कुछ समय बाद ही शुभम व उसके साथियों ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कराए।
इसके बाद आवास विकास में कार्यरत बाबू इंद्र कुमार तिवारी की मिलीभगत से कई दस्तावेजों पर उनसे अंगूठे लगवा लिए। आठ महीने बाद उन्हे जानकारी हुई कि शुभम ने धोखाधड़ी कर बस प्लॉट की रजिस्ट्री अपने नाम करा ली थी। जिसमें चकेरी निवासी अमित कक्कड़ व ग्वालटोली निवासी विकास साहू गवाह थे। पीड़िता के मुताबिक चौकी से लेकर कल्याणपुर थाने में तहरीर दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब जाकर सुनवाई हुई है। सावित्री खरे ने डीसीपी को बताया कि वह कम पढ़ी लिखी हैं, इसके लिए उन्होंने शुभम की मदद ली थी। पता नहीं था कि वह खुद ही धोखेबाजी का शिकार हो जाएंगी।

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