मुजफ्फरनगर के थानाक्षेत्र शाहपुर के गांव सौरम निवासी 23 वर्षीय महिला सिपाही साक्षी बलियान मंगलपुर थाने में तैनात थी। थाने के समीप वह मंगलपुर तिराहे पर नरेंद्र सिंह के यहां किराये के मकान में रह रही थी। शनिवार को साक्षी शोभन आश्रम से ड्यूटी के बाद वापस कमरे में आ गई। यहीं रहने वाली सिपाही सलोनी दूसरे कमरे में सो रही थी। रविवार सुबह सलोनी जागी तो उसने देखा कि खिड़की पर दुपट्टे के फंदे से साक्षी लटक रही थी। सूचना मिलते ही एसपी केशव कुमार चौधरी, एएसपी घनश्याम चौरसिया मौके पर पहुंचे।
सलोनी ने बताया रात में सोने से पहले सब कुछ सही लग रहा था। साक्षी परेशान नहीं थी। उसने ऐसा क्यों किया, पता नहीं। फील्ड यूनिट की टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। पोस्टमार्टम में फांसी लगाने से मौत का कारण आया है। हालांकि बाएं तरफ माथे पर हल्की चोट है। पुलिस का अनुमान है कि फांसी लगाने के दौरान खिड़की से टकराने पर चोट आई। एसपी ने बताया कि महिला सिपाही ने फांसी क्यों लगाई, इसका पता नहीं चल सका है। अनुमान लगाया जा रहा है कि साक्षी के मोबाइल फोन से राज खुल सकता है। आखिर रात में क्या हुआ।
माना जा रहा कि फोन पर किसी से बात करने के दौरान विवाद हुआ होगा और तनाव में साक्षी ने जान दी। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है। पुलिस ने मृतका के परिजनों को घटना की सूचना दी। खबर पाकर पहुंचे साक्षी पिता चौधरी अमरपाल सिंह ने कहा कि बेटी बहुत समझदार थी। ऐसा क्यों कर लिया, पता नहीं। उन्होंने साक्षी का कमरा भी देखा और घटना के बारे में जानकारी ली। इसके बाद सिकंदरा गए और पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर अपने गांव रवाना हो गए। एसएसआइ मंगलपुर राजेश कुमार ने बताया कि साक्षी के पिता के साथ महिला दारोगा नेहा व कांस्टेबल इरफान मलिक को भेजा गया है।