प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में गोविंदनगर स्थित एटीआइ परिसर में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स (आइआइएस) का शिलान्यास किया था। बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ लेकिन, कुछ महीने बाद ही बंद हो गया। सरकार की ओर से आइआइएस को एनएसटीआइ में तबदील कर दिया गया। बजट जारी हुआ और दोबारा से कार्य चालू हो गया। एनएसटीआई के निदेशक वीके शुक्ला ने बताया कि नए सत्र से चार कोर्स चालू करने की तैयारियां हो गई हैं। बिल्डिंग नहीं तैयार होने की स्थिति में 600 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में कोर्स संचालित किया जाएगा। यहां पर आइटीआइ या फिर दसवीं पास छात्र-छात्राएं कोर्स के लिए आवेदन कर सकेंगे।
एनएसटीआइ की निर्माणाधीन बिल्डिंग में नए सत्र से शुरू होने जा रहे इस एयरक्राफ्ट फ्रेम फिटर कोर्स के साथ इंटेलीजेंस ऑफ थिंग्स, मैकाट्रॉनिक्स, साइबर सिक्योरिटी के कोर्स संचालित होंगे। जिसमें एयर फ्रेम में फिटर कोर्स के तहत एयरक्राफ्ट मेंटीनेंस और उसके उपकरणों के फंक्शन के बारे में पढ़ाई कराई जाएगी। यह कोर्स दो साल का होगा। इंटेलीजेंस ऑफ थिंग्स में ड्रोन, रोबोट समेत अन्य उपकरणों को अत्याधुनिक बनाने की तकनीक सिखाई जाएगी। एक साल का कोर्स रहेगा। मैकेट्रॉनिक्स के कोर्स औद्योगिक इकाइयों में उपयोग किया जा रहा है। सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों में विशेषज्ञों की मांग है। यह दो वर्षीय कोर्स होगा। इसके अलावा साइबर सिक्योरिटी में साइबर सुरक्षा की जानकारी दी जाएगी। उसी पर आधारित पढ़ाई होगी। यह एक वर्ष का कोर्स होगा।