scriptकानपुर में अगले माह शुरू होगा देश का पहला खास इंस्टीट्यूट | The country's first National Skill Training Institute will be operatio | Patrika News

कानपुर में अगले माह शुरू होगा देश का पहला खास इंस्टीट्यूट

locationकानपुरPublished: Mar 15, 2020 03:11:17 pm

एयरक्राफ्ट के उपकरणों से जुड़ी जानकारियां पाएंगे छात्रसाइबर सिक्योरिटी के साथ कई और कोर्स होंगे संचालित

कानपुर में अगले माह शुरू होगा देश का पहला खास इंस्टीट्यूट

कानपुर में अगले माह शुरू होगा देश का पहला खास इंस्टीट्यूट

कानपुर। अगले माह से शहर में देश का पहला नेशनल स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (एनएसटीआई) चालू हो जाएगा। जहां एयरक्राफ्ट के महत्वपूर्ण उपकरणों और पुर्जो की जानकारी देकर पढ़ाई कराई जाएगी। संस्थान ने इसके लिए सेना से एक पुराने हवाई जहाज की मांग की है। इसके लिए बिल्डिंग का निर्माण कर रही कंपनी ने अप्रैल तक काम पूरा कर लेगी। इसको देखते हुए एनएसटीआइ प्रशासन में कोर्स चालू करने की सहमति बन गई है। अभी बिल्डिंग के 600 वर्ग मीटर क्षेत्रफल ही इस्तेमाल किया जाएगा। यह व्यवस्था भवन के न बनने की स्थिति में होगी। अगर भवन पूरी तरह से तैयार हो गया तो उसको अधिग्रहीत किया जाएगा।
पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में गोविंदनगर स्थित एटीआइ परिसर में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स (आइआइएस) का शिलान्यास किया था। बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ लेकिन, कुछ महीने बाद ही बंद हो गया। सरकार की ओर से आइआइएस को एनएसटीआइ में तबदील कर दिया गया। बजट जारी हुआ और दोबारा से कार्य चालू हो गया। एनएसटीआई के निदेशक वीके शुक्ला ने बताया कि नए सत्र से चार कोर्स चालू करने की तैयारियां हो गई हैं। बिल्डिंग नहीं तैयार होने की स्थिति में 600 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में कोर्स संचालित किया जाएगा। यहां पर आइटीआइ या फिर दसवीं पास छात्र-छात्राएं कोर्स के लिए आवेदन कर सकेंगे।
यह कोर्स भी कराए जाएंगे
एनएसटीआइ की निर्माणाधीन बिल्डिंग में नए सत्र से शुरू होने जा रहे इस एयरक्राफ्ट फ्रेम फिटर कोर्स के साथ इंटेलीजेंस ऑफ थिंग्स, मैकाट्रॉनिक्स, साइबर सिक्योरिटी के कोर्स संचालित होंगे। जिसमें एयर फ्रेम में फिटर कोर्स के तहत एयरक्राफ्ट मेंटीनेंस और उसके उपकरणों के फंक्शन के बारे में पढ़ाई कराई जाएगी। यह कोर्स दो साल का होगा। इंटेलीजेंस ऑफ थिंग्स में ड्रोन, रोबोट समेत अन्य उपकरणों को अत्याधुनिक बनाने की तकनीक सिखाई जाएगी। एक साल का कोर्स रहेगा। मैकेट्रॉनिक्स के कोर्स औद्योगिक इकाइयों में उपयोग किया जा रहा है। सॉफ्टवेयर और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों में विशेषज्ञों की मांग है। यह दो वर्षीय कोर्स होगा। इसके अलावा साइबर सिक्योरिटी में साइबर सुरक्षा की जानकारी दी जाएगी। उसी पर आधारित पढ़ाई होगी। यह एक वर्ष का कोर्स होगा।
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