पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद मोहम्मद राबे हसनी नदवी रहे काजी इस निकाह में काजी भी स्वयं खुद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद मोहम्मद राबे हसनी नदवी रहे। इस दौरान उन्होंने निकाह के बाद इरफान को मुबारकबाद दी। सादगी से खजूर खिलाकर सभी लोगों का मुंह मीठा कराया और निकाह संपन्न हो गया। अधिवेशन कराने वाले व्यवस्थापक और पटकापुर के मदरसा जामे उलूम के मोहतमिम मुहीउद्दीन खुसरो ताज ने इस निकाह को कराने की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने बताया कि इस्लाम में शादी ऐसे ही आसान है, लेकिन कुछ लोगों ने दहेज और दूसरे फिजूलखर्ची बढ़ाकर कठिन बना दिया है।
निकाह कराने वाले काजी दें लोगों को ये जानकारी वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी सदस्य डॉ. निकहत परवीन ने एक सवाल पर कहा, यह गलत है कि शादियों में गैरजरूरी रस्मों और चलन की जिम्मेदार महिलाएं हैं। बिना दहेज की शादियों का अभियान सादगी से चल रहा है। इस अभियान के जिम्मेदार बोर्ड के सचिव मौलाना उमरैन महमूद रहमानी ने बताया कि निकाह पढ़ाने वाले काजी और आलिम निकाह के दौरान लोगों को बताएं कि इस्लाम में किस तरह सादगी से निकाह की इजाजत है। इससे धीरे-धीरे समाज के लोग बदलाव लाएंगे।