scriptकानपुर में बिना फूलों के हार और पगड़ी के सादगी में कराया निकाह, पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों ने खजूर खिलाकर दी मुबारकबाद | The marriage was done in the dress of simplicity in Kanpur | Patrika News

कानपुर में बिना फूलों के हार और पगड़ी के सादगी में कराया निकाह, पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों ने खजूर खिलाकर दी मुबारकबाद

locationकानपुरPublished: Nov 22, 2021 12:46:16 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

जाजमऊ के अधिवेशन में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की इस मुहिम की शुरुवात की गई। जाजमऊ की फैक्ट्री में काम करने वाले इरफान अहमद का जैनब निवासी इफ्तिखाराबाद से बहुत ही सादगी से निकाह कराया गया, निकाह में न तो दूल्हे ने फूलों का हार पहना और न ही कोई पगड़ी पहनी।

कानपुर में बिना फूलों के हार और पगड़ी के सादगी में कराया निकाह, पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों ने खजूर खिलाकर दी मुबारकबाद

कानपुर में बिना फूलों के हार और पगड़ी के सादगी में कराया निकाह, पर्सनल लॉ बोर्ड के पदाधिकारियों ने खजूर खिलाकर दी मुबारकबाद

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board) द्वारा फिजूलखर्ची को रोक सादगी से निकाह (Nikah) कराने की मुहिम शुरू हुई थी। इसके तहत कानपुर में जाजमऊ के अधिवेशन में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की इस मुहिम की शुरुवात की गई। जाजमऊ की फैक्ट्री में काम करने वाले इरफान अहमद का जैनब निवासी इफ्तिखाराबाद से बहुत ही सादगी से निकाह कराया गया, निकाह में न तो दूल्हे ने फूलों का हार पहना और न ही कोई पगड़ी पहनी। सादे लिबास में गवाह-वकील की उपस्थिति में निकाह करा मुसलमानों को शादियों में फिजूलखर्ची से बचने के लिए जागरूक किया गया।
पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद मोहम्मद राबे हसनी नदवी रहे काजी

इस निकाह में काजी भी स्वयं खुद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद मोहम्मद राबे हसनी नदवी रहे। इस दौरान उन्होंने निकाह के बाद इरफान को मुबारकबाद दी। सादगी से खजूर खिलाकर सभी लोगों का मुंह मीठा कराया और निकाह संपन्न हो गया। अधिवेशन कराने वाले व्यवस्थापक और पटकापुर के मदरसा जामे उलूम के मोहतमिम मुहीउद्दीन खुसरो ताज ने इस निकाह को कराने की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने बताया कि इस्लाम में शादी ऐसे ही आसान है, लेकिन कुछ लोगों ने दहेज और दूसरे फिजूलखर्ची बढ़ाकर कठिन बना दिया है।
निकाह कराने वाले काजी दें लोगों को ये जानकारी

वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की कार्यकारिणी सदस्य डॉ. निकहत परवीन ने एक सवाल पर कहा, यह गलत है कि शादियों में गैरजरूरी रस्मों और चलन की जिम्मेदार महिलाएं हैं। बिना दहेज की शादियों का अभियान सादगी से चल रहा है। इस अभियान के जिम्मेदार बोर्ड के सचिव मौलाना उमरैन महमूद रहमानी ने बताया कि निकाह पढ़ाने वाले काजी और आलिम निकाह के दौरान लोगों को बताएं कि इस्लाम में किस तरह सादगी से निकाह की इजाजत है। इससे धीरे-धीरे समाज के लोग बदलाव लाएंगे।
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