मामला काकादेव के नवीन नगर का है। यहां के एक घर से १२ वर्षीय किशोरी बाहर आयी तो उसे देख मोहल्ले के लोग चौंक पड़े। उसकी हालत खराब थी। बच्ची रो रही थी और उसकी आंख काली थी औरचेहरे से लेकर पूरे शरीर पर चोटों के निशान थे। देखने से ही लग रहा था कि उसे गंभीर यातना दी गई है।
किशोरी ने बताया कि उसकी मां ने ४० हजार में उसे बेच दिया और मालकिन उसे घर में कैद किए हुए है। वह उससे गंदा काम करवाती है और मना करने पर मारती है और खाने को भी नहीं देती। किशोरी के शरीर पर चोट के निशान उस पर हुए अत्याचार की गवाही दे रहे थे।
मोहल्लेवालों को पीडि़त किशोरी अपनी बात बता ही रही थी कि वह महिला घर से निकली और बच्ची को घसीटते हुए घर में ले गई। जब मोहल्लेवालों ने इसका विरोध किया तो महिला उन पर पथराव करने लगी। जवाब में मोहल्ले के लोगों ने भी पत्थर फेंके। इस पथराव में कई लोग घायल भी हो गए।
पथराव की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घर में घुसकर किशोरी को छुड़वाया। पुलिस का कहना है कि बच्ची के आरोप गंभीर हैं इनकी जांच की जाएगी। पुलिस ने बच्ची को मेडिकल परीक्षण के लिए भेज दिया है, और मामले की जांच शुरू कर दी है। जिसके बाद आरोपी महिला पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला को २०१७ में एक प्रॉपर्टी विवाद के चलते सीबीआई ने गिरफ्तार किया था और लखनऊ जेल में रखा गया था। महिला का पति लापता है। जेल में ही उसे एक और गोंडा निवासी महिला मिली, वह अपने पति की हत्या में आरोपी थी। दोनों में दोस्ती हो गई। महिला जेल से छूटी तो बाद में सहेली को भी छुड़वा लिया और फिर अक्टूबर २०१८ में उसकी बेटी को अपने साथ नवीन नगर ले आयी थी। तब से वह यहां पर रह रही है।