मेडिकल कॉलेज में नए विभाग इमरजेंसी मेडिसिन और ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन को हरी झंडी मिल गई है। अगले साल से इन विभागों में पीजी के प्रवेश शुरू हो जाएंगे। इसके अलावा अन्य विभागों में भी पीजी की सीटें बढ़ा दी गई हैं। जिससे मेडिसिन, चेस्ट समेत कई विभागों में पीजी सीटें दोगुना हो गई हैं। इससे मेडिकल कॉलेज को पर्याप्त रेजीडेंट मिल जाएंगे, जिससे रोगियों के इलाज में बहुत आसानी हो जाएगी।
अब हादसों में घायल होने वालों का इलाज बहुत आसानी से होगा। लेवन वन ट्रामा सेंटर का मामला फाइनल होने के बाद गंभीर घायलों को कहीं रेफर नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही क्लीनिकल सेंटर का मामला भी फाइनल हो गया है। मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी ने बताया कि पीजी की ८५ सीटें बढ़ाए जाने को लेकर एमसीआई ने हामी भर ली है।
हैलट इमरजेंसी में बिना इलाज के तीन घंटे तक तड़पकर दम तोडऩे वाले कमल सिंह के एक आश्रित को अस्पताल में संविदा पर नौकरी दी जाएगी। यह निर्णय विभागाध्यक्षों की एक बैठक मेें प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी ने लिया। यह फैसला भी लिया गया कि घटना के दोषी कंसल्टेंट और रेजीडेंट डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा यह भी तय किया गया कि मरीज का रिफरेंस रेजीडेंट नहीं कंसल्टेंट देखेंगे। किसी भी रोगी के इलाज से इंकार करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।