कानपुर की 1500 तो वहीं फतेहपुर की करीब 1 हजार 1 सौ 43 राशन की दुकानों में हर माह सैकड़ों पात्रों को राशन गेहूं, चावल, चना, दाल के अलावा मास्क व सेनेटाइजर की व्यवस्था सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए कराई जा रही है। पिछले एक वर्ष से इस विभाग के अधिकारी व कोटेदार महामारी के बीच हर गरीब की थाली में भोजन पहुंचाने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं। इस नेक कार्य के दौरान कई सप्लाई इंस्पेक्टर लिपिक व कोटेदार कोरोना से संक्रमित हो गए। इलाज के बाद जैसे ही वह ठीक हुए फिर अपनी ड्यूटी के लिए निकल पड़े। ऐसे कई अधिकारी हैं, जो घर के बजाए अपनी कार को विस्तर बना लिया है। हम इनमें से कुछ अधिकारियों से आपको स्बरू करा रहे हैं।
सप्लाई विभाग बिन्दकी में बतौर एआरओ के पद पर तैनात डॉक्टर मनोज उत्तम के नेत्त्व में पूरी टीम 24 घंटे ड्यूटी कर रही है। डॉक्टर उत्तम बताते हैं, मार्च 2020 से लेकर मई 2021 के बीच कोरोना महामारी के बीच हमलोग 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। कोरोना ने हमारे विभाग के कई अधिकारियों को निगल लिया, पर हमलोगों ने हिम्मत नहीं हारी। बल्कि दोगुनी ताकत के साथ गांव, गली मोहल्लों में जाकर राशन की दुकानों से गरीबों को भोजन की व्यवस्था करवा रहे हैं। इस दौरान कोटेदारों का भी हमें साथ मिला। बिना लालच के कोटेदार पहली पंक्ति में खड़े होकर अपने कार्य को निष्ठा पूर्वक निर्वाहन कर रहे हैं।
राशन की दुकानों में करवा रहे पात्रों को रोटी की व्यवस्था
बिंदकी तहसील में पदस्थ्य सिधन्त सौरभ भूषण सप्लाई इंस्पेक्टर हैं और वह मलवां ब्लॉक के आधीन आने वाली राशन की दुकानों में पात्रों को रोटी की व्यवस्था करवा रहे हैं। सिधन्त बताते हैं कि पिछले वर्ष हम भी कोरोना की चपेट में आ गए थे। घर पर इलाज के बाद जैसे ही ठीक हुए वैसे ही घर को छोड़ दिया और ड्यिटी करने लगे। बताते हैं, गांव के लोग मास्क पहनकर नहीं आते। हमनें राशन की दुकानों में मास्क और सेनेटाइजर की व्यवस्था करवाई है। बिना मास्क पहने आने वाले पात्र को कोटेदार पहले मास्क देते हैं और फिर राशन। सिधन्त कहते हैं देश व प्रदेश कठिन दौर से गुजर रहा है। ऐसे में हमसब को हिम्मत और जज्बे को बरकरार रखते हुए आगे आना चाहिए और कोविड को हराकर जंग जीतनी होगी।
ग्रमीणों को सेनेटाइजर व मास्क करा रहे मुहैया
देवमई ब्लॉक पर पदस्थ्य पवन कुमार भी उन कोरोना योद्धाओं में से हैं, जिन्होंने अपने घर-परिवार की फिक्र बजाए गरीबों के दोस्ती कर ली। 2020 का या 2021 का लॉकडाउन हो पवन कुमार ड्यिटी को पहली पायदान पर रखते हुए महामारी के दौर पर डटे हुए हैं। पवन बताते हैं कि कोरोना महामारी का संक्रमण इस वर्ष गावों में फैल चुका है। ऐसे में हमलोग कोटेदारों के जरिए ग्रामीणों को महामारी से बचाव के साथ ही उन्हें सेनेटाइजर व मास्क मुहैया करा रहे हैं। पवन बताते हैं, परिवार को संक्रमण से बचाने के लिए पिछले वर्ष हम तीन माह अपने घर के बजाए कार को बिस्तर बना रात काटी। कहते हैं, महामारी से डरने की जरूरत नहीं, बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। देश व प्रदेश जल्द ही कोविड को हराकर जीत दर्ज करेगा।
घर के बजाए राशन की दुकान की तरफ बढ़े कदम
बिंदकी तहसील के अमौली ब्लॉक में तैनात हरीश कुमार साहनी भी कोरोना महामारी के बीच अपनी ड्यूटी को बदस्तूर जारी किए हुए हैं। साहनी बताते हैं, हमनें पिछले एक साल अवकाश नहीं लिया। घर में परिवार के कुछ सदस्य बीमार भी हुए पर हमारे कदम घर के बजाए राशन की दुकान की तरफ बढ़े। कहते हैं, हमारी पहली प्राथमिकता है कि माहामारी के वक्त हर गरीब को भोजन मिले। पलायन कर आए मजदूरों के घर राशन पहुंचे। बताते हैं, आधी से ज्यादा नौकरी कर ली, पर जो सुकून और आनंद कोरोना काल के वक्त मिला। साहनी कहते हैं कि बुरा दौर है और जल्द ही इससे देश उबर जाएगा। फिर चेहरों में मुस्कान लौटेगी। लोगों से हमारी प्रार्थना है कि धैर्य बनाए रखें, ईश्वर सबठीक करेगा
ड्यूटी ही पूंजी
बिन्दकी तहसील के देवमई ब्लॉक में तैनात सप्लाई इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह भी अपनी ड्यिटी पूरी इमानदारी से कर रहे हैं। सप्लाई इंस्पेक्टर सुबह 8 बजे अपना घर छोड़ देते हैं। दो घंटे आफिस में पात्रों के कार्य निपटाते हैं और फिर राशन की दुकानों की तरफ अपने कदम बढ़ा देते हैं। वीरेंद्र कुमार कहते हैं कि वक्त कटिन है पर हम निडर होकर अपने दायित्वों का निर्वाहन कर रहे हैं। बताते, जिन पात्रों के नाम राशन कार्ड की लिस्ट में नहीं होते तो हम गांव से उनके नाम जुड़वाते हैं और गरीब की थाली में रोटी की व्यवस्था करवाते हैं। सप्लाई इंस्पेक्टर कहते हैं कि हमारे विभाग पर काम का लोड अधिक है, बावजूद हमें डटे हैं। गरीबों को राशन के अलावा कोरोना से बचाव की जानकारी भी दे रहे हैं।
ड्यिटी फस्ट
बिन्दकी तहसील के सप्लाई विभाग में पदस्थ्य लिपिक राजकुमार और जीतेंद्र सिंह भी कोरोना काल में अहम रोल अदा कर रहे हैं। हरदिन आफिस आते हैं और पात्रों के राशनकार्ड सहित अन्य समस्याओं का निराकरण कर रहे हैं। जीतेंद्र सिंह बताते हैं कि विभाग के अधिकतर सभी सदस्य जुकाम, बुखार से ग्रसित होकर ठीक हुए और अराम करने के बजाए ड्यूटी का चुना। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए हमसभी ने मिलकर किसी को भूखा नहीं सोने दिया। बताते हैं, पिछले वर्ष एक सप्ताह घर नहीं गए। आफिस में रूकते थे और खुद दाव-चावल बनाकर भोजन करते हैं। कठिन दौर है, जल्द ही देश इससे उबर जाएगा।
सबके सहयोग से हारेगा कोरोना
यूपी के कारागार मंत्री व जहानाबाद से विधायक जय कुमार सिंह जैकी ने कहा कि देश, प्रदेश व हमारी विधानसभा की जनता मिलकर कोरोना महामारी के खिलाफ युद्ध लड़ रही है। इस लड़ाई में डॉक्टर, पुलिस, प्रशासन के अलावा खाद्य रसद विभाग का भी अहम रोल अदा कर रहा है। मंत्री ने कहा कि पिछले सरकारों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली को लेकर गंभीर आरोप लगते थे, लेकिन योगी सरकार आने के बाद गरीब का राशन उस तक पहुंच रहा है और विभाग के अफसर व कोटेदार भी पूरी इमानदारी से अपने कार्य का निर्वहन कर रहे हैं। वहीं गोविद नगर से भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने भी सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अफसर व कोटेदारों की प्रशंसा कह है। विधायक ने कहा कि सच में इस विभाग के सभी जिम्मेदारों ने कार्य को पूरी लगन के साथ निभाया। ये भी कोरोना योद्धा हैं और सभी को इनका भी सम्मान करना चाहिए।