शासन ने टेनरियां चालू करने से पहले टेनरी मालिकों को कुछ शर्तें पूरी करने को कहा है, जिसके मुताबिक टेनरियों में निर्धारित क्षमता से अधिक पानी जमा करने वाली पानी की टंकियां तोड़े जाने का काम चल रहा है। शासन ने तय किया है कि टेनरियों को मौजूदा से आधी क्षमता पर चलाया जाएगा ताकि पानी का कम उपयोग हो और गंदे पानी को गंगा में जाने से रोका जा सके। टेनरियों से निकलने वाला सारा पानी ट्रीटमेंट प्लांट तक जाएगा।
कानपुर में टेनरियों में पैडल (पानी की टंकियां) तोडऩे का काम तेजी से चल रहा है। शासन के आदेश के बाद 50 टेनरियों ने अपने अतिरिक्त पैडल (पानी की टंकी) तोड़ दिए हैं। इसकी रिपोर्ट भी इन लोगों ने जिलाधिकारी को भेज दी है। रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारी की तरफ से बनाई गई जांच टीम इन टेनरियों में जाकर सर्वे करेगी, इसके बाद टेनरियों का ताला खुलेगा। जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत ने बताया कि जब सभी टेनरियों की पैडल तोडऩे की रिपोर्ट आ जाएगी, तब एक साथ सभी की जांच होगी।
टेनरियों की जांच के लिए बनाई गई टीम दिन के साथ-साथ रात में भी पेट्रोलिंग करने लगी है। टीम ने अंधेरे का फायदा उठाकर देर रात टेनरियों में चमड़ा साफ करने का काम भी अवैध तरीके से होता पाया। जिसके चलते पिछले दो दिनों में तीन टेनरियों के खिलाफ बिजली काटने का नोटिस जारी किया गया। साथ में जुर्माना भी लगाया गया। 24 जुुलाई को दो टेनरियों ब्राइट और सिबली जबकि 25 जुलाई की आधी रात को अमान टेनरी चलती पाए जाने पर उसकी बिजली काटने का नोटिस जारी कर दिया गया। अमान टेनरी पर 4 लाख, सिबली पर एक और ब्राइट टेनरी पर डेढ़ लाख का जुर्माना लगाया गया है।