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कोविड-१९: तीमारदार के साथ संक्रमित को भी रहना होगा सतर्क तभी वायरस की टूटेगी चेन

locationकानपुरPublished: May 01, 2020 01:03:43 pm

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी की नई गाइडलाइंस लक्षण और बचाव के उपायों को सही से अपनाने की दी गई सलाह

कोविड-१९: तीमारदार के साथ संक्रमित को भी रहना होगा सतर्क तभी वायरस की टूटेगी चेन

कोविड-१९: तीमारदार के साथ संक्रमित को भी रहना होगा सतर्क तभी वायरस की टूटेगी चेन

कानपुर। कोविड-१९ के वायरस को रोकना तो मुश्किल है, लेकिन उससे बचकर रहना आसान है। अगर सतर्क रहा जाए तो कोरोना वायरस की चेन को तोडऩा आसान हो जाएगा। इसके लिए जरूरी है कि तीमारदार के साथ-साथ संक्रमित व्यक्ति भी कुछ नियमों का सतर्कता के साथ पालन करे। इसे देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण के मामलों में होम आइसोलेशन और क्वारेंटाइन से जुड़े जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिनका पालन करके आप खुद को और अपनों को इस जानलेवा वायरस से बचा सकते हैँ।
संक्रमित की तीमारदारी में बरतें सावधानी
कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित व्यक्ति की तीमारदारी में सावधानी बरतने की जरूरत है। इस काम में लगे घर के व्यक्ति को थोड़ी-थोड़ी देर में लगभग 40 सेकंड तक साबुन एवं पानी से हाथ धोए या अल्कोहल बेस्ट सैनिटाइजर का प्रयोग करें। इसके अलावा ट्रिपल लेयर मेडिकल डिस्पोजेबल मास्क का इस्तेमाल करें और अपने चेहरे मुंह व नाक को छूने से बचें। तीमारदार को ध्यान रखना चाहिए कि वह संक्रमित से सीधे संपर्क में आने से बचें और अगर जरूरी तो मरीज को छूने से पहले ग्लब्ज जरूरी पहनें, साथ ही संक्रमित की इस्तेमाल की हुई किसी चीज इस्तेमाल न करें।
चार तरह का होता संक्रमण
कोविड-१९ के संक्रमण को चार भागों में बांटा गया है, जिसमें वेरी माइल्ड, माइल्ड, मॉडरेट एवं सीवियर कोविड-19 शामिल है। माइल्ड मामलों के लिए कोविड केयर सेंटर, मोडरेट के लिए डेडीकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर और सीवियर कोविड संक्रमण वाले मरीजों के लिए डेडीकेटेड कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था की गई है, जबकि वेरी माइल्ड कोविड-19 मामलों में होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है।
होम आइसोलेशन में रखें इसका ध्यान
होम आइसोलेशन के दौरान ख्याल रखें कि मेडिकल ऑफिसर ने जिन व्यक्ति में वेरी माइल्ड कोविड-19 की पुष्टि की हो, ऐसे व्यक्तियों के घर में आइसोलेशन की सुविधा हो, होम आइसोलेशन के दौरान 24 घंटे देखभाल करने वाला कोई व्यक्ति को उपलब्ध हो और आरोग्य सेतु ऐप को डाउनलोड कर उसे हमेशा एक्टिव रख जाए। इसके अलावा मरीज की स्वास्थ्य स्थिति से जिला सर्विलांस पदाधिकारी को अवगत कराते रहें। होम आइसोलेशन में गए व्यक्ति को सेल्फ आइसोलेशन अंडरटेकिंग फॉर्म भरना अनिवार्य है।
इन लक्षणों पर रखें नजर
इस बात पर ध्यान दें कि यदि व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ, छाती में निरंतर दबाव या दर्द, मानसिक संशय बढ़ गया हो या सोचने में दिक्कत हो रही हो, चेहरा या होठ नीले पड़ रहे हो। होम आइसोलेशन से ऐसे हो सकते हैं मुक्त जिला सर्विलांस पदाधिकारी के सत्यापित करने के बाद ही होम आइसोलेशन से मुक्त किया जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं होने चाहिए, जिसकी पुष्टि लैब टेस्ट की रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद ही संभव है।

संक्रमित भी रहें सतर्क
कोरोना संक्रमित व्यक्ति को हमेशा ट्रिपल लेयर मेडिकल डिस्पोजेबल मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए और 8 घंटे के बाद मास्क डिस्पोज करते समय उसे सोडियम हाइपोक्लोराइट से विसंक्रमित करने के बाद ही निस्तारित करें। मरीज को पर्याप्त आराम लेनी चाहिए और लगातार प्रचुर मात्रा में पानी पीते रहना चाहिए। वह हाथों को सेनेटाइज करता हरे और अपने निजी सामान किसी दूसरे के साथ साझा न करें।
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