इसके बाद उन्हें कृषि विभाग में आयात निर्यात निगम का नियुक्ति पत्र भी दे डाला। इस मामले में शंका होने पर जब उक्त लोगों ने जांच कराई तो मामला फर्जी निकला। इस पर चारो लोगों के होश फाख्ता हो गए। इस दौरान तीन साल गुजर गए और नौकरी भी नही मिली। जब उक्त लोगों ने पैसे वापस मांगे तो दबंगो ने धमकी दे डाली। पुलिस द्वारा सुनवाई न होने पर पीड़ितों ने मामले को लेकर एसएसपी कानपुर अनंंतदेेेव से न्याय की गुुहार लगाई। एसएसपी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। कोतवाली इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, षणयंत्र रचने व फर्जी दस्तावेज का प्रयोग करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।