कानपुर देहात के रूरा थाना क्षेत्र के गहोबा गांव में आज लोगो ने मृतक नवजात की पूजा शुरू कर दी। लोगों ने उसके शव को रखकर फूलों और पैसो का चढ़ावा करना शुरू कर दिया। यहां तक कि लोगो की आस्था या अंधविश्वास को लेकर बहस छिड़ गई। दरअसल गहोबा गांव के रहने वाले रामकुमार यादव की पत्नी मीना देवी ने विकृत रूप के बच्चे को जन्म दिया। इस विकृत नवजात के जन्म के समय उसके सिर पर बालों का जूड़ा लगा हुआ था और उसके शरीर का रंग भी 2 कलर में था। ऊपर का हिस्सा काला और नीचे का हिस्सा सफेद था। जन्म के कुछ ही घण्टो बाद इस विकृत रूप के जन्मे बच्चे की मौत हो गई।
जिसके बाद उसके घरवालों ने उसे दैवीय शक्ति मान कर पूजा शुरू कर दी। धीरे-धीरे लोगो का जमावड़ा रामकुमार यादव के घर मे लगाना शुरू हो गया। लोग मृतक नवजात के विकृत रूप को देख अचंभित हो गए और उसको दैवीय अवतार मानकर परिवार के लोगो के साथ उसकी पूजा शुरू कर दी। कोई उसे काली तो कोई ब्रह्मदेव बाबा मान रहा था। लोगों ने उसके शव पर फूल और प्रसाद चढ़ाना शुरु कर दिया। लोगो का मानना था कि यह दैवीय शक्ति है जिसने जन्म लिया और वापस चली गई।