scriptलॉकडाउन में मलाई काटने वाले पुलिस के जाल में फंसे, फिर कमाई से ज्यादा देना पड़ा जुर्माना | Those who sold goods at high prices were caught in lockdown | Patrika News

लॉकडाउन में मलाई काटने वाले पुलिस के जाल में फंसे, फिर कमाई से ज्यादा देना पड़ा जुर्माना

locationकानपुरPublished: Mar 31, 2020 02:39:44 pm

ज्यादा दामों पर चीजें बेचने वालों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा झुंड में जमा लोगों पढ़ाया गया सोशल डिस्टेसिंग का पाठ

लॉकडाउन में मलाई काटने वाले पुलिस के जाल में फंसे, फिर कमाई से ज्यादा देना पड़ा जुर्माना

लॉकडाउन में मलाई काटने वाले पुलिस के जाल में फंसे, फिर कमाई से ज्यादा देना पड़ा जुर्माना

कानपुर। लॉकडाउन के चलते बाजार में जरूरी चीजों और राशन सामग्री की कमी दूर नहीं हो रही है। इसके पीछे दुकानदारों की कालाबाजारी भी प्रमुख वजह है। इसी कारण लोग ज्यादा भाव पर चीजें खरीदने को मजबूर हैं। यह जानकारी मिलने पर पुलिस ने मुनाफाखोरों को पकडऩे का जाल बिछाया और ज्यादा दाम पर सामान बेंचने वालों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इनसे जुर्माना भी वसूला जा रहा है। साथ ही पुलिस ने जगह-जगह एक साथ बैठे लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में सख्ती से समझाया।
इस वजह से हो रही सामान की कमी
बाजार में जरूरी सामान की कमी दो कारणों से हो रही है। सबसे ज्यादा कमी राशन के सामान की है। बताया जाता है कि २१ दिन के लॉकडाउन की घोषणा के तुरंत बाद खरीदारी तेज हो गई। लोगों ने जरूरत का सामान कई गुना ज्यादा खरीदकर घर में जमा कर लिया, ताकि २१ दिन तक घर से बाहर बाजार में निकलने की जरूरत ना पड़े। इसका नतीजा यह हुआ कि पहले ही दिन बाजार में किराने की दुकानें खाली होने लगीं। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को समझा और जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए बाहरी जिलों से सामान आने की छूट देे दी।
दुकानदारों ने मौके का उठाया फायदा
हालांकि प्रशासन ने बाहर से जरूरी सामान लेकर आने वाली गाडिय़ों को शहर की सीमा में प्रवेश की अनुमति दे दी और दुकानदारों तक सामान पहुंच भी गया, लेकिन लॉकडाउन और आगे बढऩे की संभावना के चलते खरीदारी के बीच ही उन्होंने सामान की कमी बताकर ग्राहकों को चिंता में डाल दिया और फिर खुद ब्लैक में थोक का सामान खरीदने का बहाना बनाकर ज्यादा पैसे लेना शुरू कर दिया।
इस तरह पुलिस ने पकड़ा
पुलिस ने मुनाफाखोरों को पकडऩे के लिए जाल बिछाया और पुलिस वाले ही ग्राहक बनकर दुकान पर किराने का सामान लेने पहुंचे। जिसमें कई दुकानदार जो ज्यादा पैसे ले रहे वे इसे समझ नहीं पाए और पकड़े गए। जिसके बाद इनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अभी तक कितने दुकानदार पकड़े गए हैं, इसकी संख्या घोषित नहीं की गई है, लेकिन बताया जाता है कि मुख्य बाजार की जगह गलियों और नुक्कड़ों पर स्थित दुकानों पर ज्यादा मुनाफाखोरी हो रही है, जबकि बाजार के दुकानदार इससे बच रहे हैं।
खुद कमिश्नर भी बने ग्राहक
सुबह छह से दस बजे तक पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल व आयुक्त सुधीर बोबड़े सादे कपड़ों में आम नागरिक की तरह घूम कर सब्जी मंडी, फल मंडी, किराने की दुकान एवं आटा चक्की का जायजा लेने पहुंचे। साथ ही देखा कि किसी व्यक्ति को आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी में कठिनाई का सामना तो नहीं करना पड़ रहा। सामान सही रेट पर बिक रहा है अथवा नहीं। इस दौरान ज्यादा रेट पर सामान बेचने वालों पर संबंधित अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। वहीं कलक्टरगंज थाना क्षेत्र में मना करने के बावजूद भीड़ लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। इस दौरान आटा के थोक विक्रेता द्वारा फुटकर विक्रय करते हुए पकड़ा गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो