मृतको की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद योगिता व हिमानी के परिजनों ने रनिया चौकी पर लापरवाही का आरोप लगा हंगामा काटा| इसके बाद तत्काल हरकत मे आयी जनपद की पुलिस ने योगिता व हिमानी के परिजनों को इटावा भेजा| बताया गया कि क्षत विछत शव की आंखे नही थी| उस दौरान परिजनों द्वारा योगिता की शिनाख्त होने की बात सामने आयी| इधर बाद मे योगिता के पिता नरेंद्र व मां नीता ने योगिता की शिनाख्त से इनकार कर दिया तो मामले मे नया मोड़ आ गया था| इधर लापता छात्राओं की तलाश मे एक पैर पर खडी पुलिस ने छात्राओं के मोबाइल नम्बर सर्विलांस पर लगवा दिये| जिसके बाद मोबाइल की लोकेशन भोपाल, झांसी, ग्वालियर बताने की बात सामने आयी तो पुलिस के आला अधिकारियों ने पुलिस की 5 टीमे गठित कर बुधवार को लोकेशन के आधार पर अलग-अलग क्षेत्रों के लिये रवाना की|
मोबाइल लोकेशन के अनुसार स्वाट टीम प्रभारी संतोष आर्या अपनी टीम के साथ झांसी, भोपाल होते हुये लोकेशन के मुताबिक जबलपुर पहुंचे| जहां हांथ पैर मारने के बाद छात्रायें हांथ नही लगी| इसके बाद ग्वालियर पहुंचने के बाद इटारसी लोकेशन बताई गयी| जिसके अनुसार पुलिस टीम इटारसी पहुंची, जहां सटीक लोकेशन के आधार पर पुलिस टीम ने तीनो छात्राओं को सही सलामत बरामद किया| जिसकी सूचना पुलिस कप्तान कानपुर को दी गयी| जिसके बाद तीनों छात्राओं के परिजनों को पुत्रियों के मिलने की जानकारी दी गयी| मानो घर मे खुशियों की बहार आ गयी हो| छात्राओं के मिलने की जानकारी होते ही समूचे क्षेत्र के लोगों मे हर्ष व्याप्त है|
जानकारी मिली है कि पुलिस की टीम तीनों छात्राओं को लेकर वहां से कानपुर देहात के लिये रवाना हो चुकी है| इधर लक्ष्मी के पिता की तहरीर के आधार पर पुलिस ने कुलदीप से पूछ्तांछ की, जिसमें कुछ खास सुराग नही मिला था| इधर तीनो छात्राओं के जिंदा मिलने के बाद संशय की स्थिति पैदा हो गयी कि आखिर इटावा क्षेत्र के क्वारी नदी मे मिलने वाली दो लडकियों की लाश आखिर किसकी थी| अब जिले की पुलिस सहित परिजनों व पूरे क्षेत्र को छात्राओं के लौटने का इंतजार है, जिसके बाद खुलासा होगा कि आखिर छात्रायें इटारसी पहुंचने के पीछे क्या रहस्य है|