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इस रेलवे स्टेशन पर बंदरों का है इतना आतंक, हरी झंडी देखे बिना गुजर रही अधिकांश ट्रेनें

locationकानपुरPublished: Nov 27, 2020 04:18:00 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

यहां तक कि अभी तक एएसएम सहित नौ लोग जख्मी हो चुके हैं।

इस रेलवे स्टेशन पर बंदरों का है इतना आतंक, हरी झंडी देखे बिना गुजर रही अधिकांश ट्रेनें

इस रेलवे स्टेशन पर बंदरों का है इतना आतंक, हरी झंडी देखे बिना गुजर रही अधिकांश ट्रेनें

कानपुर-आपने नहीं सुना होगा कि रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनें बिना हरी झंडी देखे और मानीटरिंग के गुजर जाएं। लेकिन कानपुर का चकेरी रेलवे स्टेशन ऐसा स्टेशन है, जहां गुजरने वाली अधिकांश ट्रेनें बिना हरी झंडी देखें और मानीटरिंग के गुजर जाती हैं। इसकी वजह जानकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल चकेरी स्टेशन के एएसएम कक्ष से लेकर रेलवे ट्रैक तक बंदरों का बेतहाशा आतंक है। ये कटखने बंदर कई बार एएसएम कक्ष से बाहर निकलकर झंडी दिखाने या मॉनिटरिंग के लिए जाने वाले रेल कर्मियों को दौड़ा लेते हैं। यहां तक कि अभी तक एएसएम सहित नौ लोग जख्मी हो चुके हैं।
ऐसे में कई बार एएसएम बाहर नहीं निकल पाते हैं तो कई बार स्टॉफ ही प्लेटफार्म पर जाकर मानीटरिंग करने से मना कर देता है। इसके चलते चकेरी स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों में कई ट्रेनें बिना मानीटरिंग के गुजर रही हैं। चकेरी स्टेशन पर तैनात रेल कर्मियों ने बताया कि बंदरों झुंड इस तरह आतंक फैलाए हुए है कि दोपहर के समय ये बंदर ट्रैक पर आकर बड़ी तादात में बैठ जाते हैं। इस बीच अगर कोई स्टॉफ बाहर निकलता तो बंदर उसका पीछा कर लेते हैं। इसके अतिरिक्त मंगलवार के दिन स्थानीय लोग यहां आकर इन बंदरों को भोजन कराते हैं। इसके चलते खाने की आस में इनका यहां अड्डा बन गया है, जो परेशानी का सबब है। ग्रामीणों से कहो तो झगड़े की नौबत बन जाएगी।
बताया गया कि एएसएम एसके गुप्त ने नगर निगम एवं वन विभाग को पत्र लिखकर बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की गुहार लगाई है। सीपीआरओ अजीत कुमार के मुताबिक चकेरी स्टेशन पर बंदरों की समस्या अति गंभीर है। दूसरी तरफ वन्य जीव अधिनियम के नए प्रावधान के अन्तर्गत बंदरों को भगाने के लिए पटाखा और गन से फायर करना भी प्रतिबंधित हो चुका है। फिलहाल डीआरएम से गुजारिश करके जिला प्रशासन से बात करवाएंगे और नगर निगम व वन विभाग से बंदरों को जनहित में पकड़वाया जाएगा।
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