सदस्य प्रभा गुप्ता ने जब निरीक्षण किया तो उन्हें आश्रम में जगह-जगह पर गंदगी दिखी. इस पर उन्होंने गुस्सा जताते हुए सफाईकर्मियों को सफाई के निर्देश दिए. इसी के साथ उन्होंने बजट, खर्च व अन्य वित्तीय रजिस्टर मांगे तो महिला कर्मी ने लेखाकार के न होने की बात बताई. महिला आयोग सदस्य ने कर्मियों से अवकाश रजिस्टर, दानदाता रजिस्टर, कर्मचारियों का इंट्री रजिस्टर मांगा तो कर्मचारी वह भी नहीं दिखा सके.
निरीक्षण के दौरान प्रभा गुप्ता ने रसोई का निरीक्षण किया तो ये पाया कि मेन्यू के हिसाब से अरहर की दाल, सब्जी-रोटी बननी थी, लेकिन मौके पर मिक्स दाल बनती हुई पाई गई. वहीं वृद्धजनों से भोजन और नाश्ता आदि के बारे में पूछताछ की, तो गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए. निरीक्षण के दौरान प्रोबेशन अधिकारी और समाज कल्याण अधिकारी भी मौजूद रहे. उन्होंने भी यहां मौके पर निरीक्षण किया.
इस बारे में उ.प्र. राज्य महिला आयोग के सदस्य प्रभा गुप्ता कहती हैं कि औचक निरीक्षण में काफी खामियां मिली हैं. आश्रम में वित्तीय अभिलेख मांगे जाने पर भी नहीं दिखाए गए, यह गंभीर मामला है. रिपोर्ट तैयार कर आयोग को भेजी जाएगी. उसके बाद कोई एक्शन लिया जाएगा.