इन तरह से मिलेगा फास्ट टैग
एक दिसम्बर से फास्ट टैग की व्यवस्था लागू होने के बाद अब सभी बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। कई बैंकों ने फास्टैग कार्ड मुहैया कराना शुरू कर दिया है। फास्ट टैग कार्ड बैंकों से ऑनलाइन और ऑफलाइन लिया जा सकता है। ये कार्ड उसे ही जारी होंगे जिसके नाम से वाहन है। बैंक को वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी की फोटो कॉपी देनी होगी। कार्ड 7 से 8 कार्यदिवसों में आपके घर पर पहुंच जाएगा। इसे गाड़ी की विंड स्क्रीन पर लगाना होगा। इसे मोबाइल की तरह रीचार्ज करने की सुविधा होगी।
एक दिसम्बर से फास्ट टैग की व्यवस्था लागू होने के बाद अब सभी बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। कई बैंकों ने फास्टैग कार्ड मुहैया कराना शुरू कर दिया है। फास्ट टैग कार्ड बैंकों से ऑनलाइन और ऑफलाइन लिया जा सकता है। ये कार्ड उसे ही जारी होंगे जिसके नाम से वाहन है। बैंक को वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, आधार कार्ड, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी की फोटो कॉपी देनी होगी। कार्ड 7 से 8 कार्यदिवसों में आपके घर पर पहुंच जाएगा। इसे गाड़ी की विंड स्क्रीन पर लगाना होगा। इसे मोबाइल की तरह रीचार्ज करने की सुविधा होगी।
१०० रुपए रजिस्ट्रेशन फीस
फास्ट टैग के लिए 100 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क भी लिया जाएगा। इसके साथ ही वाहन की कैटेगरी के हिसाब से 200 से 500 रुपए सिक्योरिटी डिपॉजिट करना होगा। इसके साथ ही हर कैटेगरी के वाहन के लिए मिनिमम रीचार्ज राशि भी बैंकों ने तय की है।
फास्ट टैग के लिए 100 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क भी लिया जाएगा। इसके साथ ही वाहन की कैटेगरी के हिसाब से 200 से 500 रुपए सिक्योरिटी डिपॉजिट करना होगा। इसके साथ ही हर कैटेगरी के वाहन के लिए मिनिमम रीचार्ज राशि भी बैंकों ने तय की है।
ऑफलाइन टैग लेना
ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत फास्ट टैग लेने के लिए बैंक जाकर एक हजार रुपए का चेक और फार्म के साथ दस्तावेज लगाने होते हैं। जिसके बाद सात दिनों में आपके पते पर फास्ट टैग आपके पते पर पहुंच जाएगा। कुछ बैंकों ने ऐसी व्यवस्था कर रखी है, ताकि आवेदकों को परेशानी न हो।
ऑफलाइन प्रक्रिया के तहत फास्ट टैग लेने के लिए बैंक जाकर एक हजार रुपए का चेक और फार्म के साथ दस्तावेज लगाने होते हैं। जिसके बाद सात दिनों में आपके पते पर फास्ट टैग आपके पते पर पहुंच जाएगा। कुछ बैंकों ने ऐसी व्यवस्था कर रखी है, ताकि आवेदकों को परेशानी न हो।
टोल पर रुकने की नहीं जरूरत
फास्ट टैग वाले वाहन टोल पर नहीं रुकेंगे। टोल प्लाजा पर लगे हाईटेक सेंसर ७० मीटर पहले ही फास्ट टैग की चिप को स्कैन कर गेट खोल देंगे। अगर फास्ट टैग के खाते में पैसा नहीं होगा तो गेट नहीं खुलेगा।
फास्ट टैग वाले वाहन टोल पर नहीं रुकेंगे। टोल प्लाजा पर लगे हाईटेक सेंसर ७० मीटर पहले ही फास्ट टैग की चिप को स्कैन कर गेट खोल देंगे। अगर फास्ट टैग के खाते में पैसा नहीं होगा तो गेट नहीं खुलेगा।