scriptUP Assembly Election 2022: बसपा कानपुर सीटों पर नए चेहरों पर आजमा सकती है दांव | UP Assembly Election 2022: BSP may bring new faces to Kanpur seats | Patrika News

UP Assembly Election 2022: बसपा कानपुर सीटों पर नए चेहरों पर आजमा सकती है दांव

locationकानपुरPublished: Sep 18, 2021 03:59:15 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

UP Assembly Election 2022 माना जा रहा है कि शेष सीटों पर विपक्षी दलों की रणनीतियों को देख बसपा अगले नाम घोषित कर सकती है।

UP Assembly Election 2022: बसपा कानपुर सीटों पर नए चेहरों पर आजमा सकती है दांव

UP Assembly Election 2022: बसपा कानपुर सीटों पर नए चेहरों पर आजमा सकती है दांव

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
कानपुर. आगामी यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) की सन्निकटता बढ़ती देख राजनीतिक सरगर्मियां भी तेज हो गईं हैं। बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) भी चुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयारियों में जुटी है। पार्टी (Political Party) ने संगठन को मजबूती देने के साथ ही संभावित प्रत्याशियों को भी जुटने के लिए इंगित कर दिया है। पार्टी कानपुर की बिल्हौर (Bilhaur Assembly Seat) और बिठूर विधानसभा सीट (Bithur Assembly Seat) के बाद जल्द ही घाटमपुर समेत अन्य सीटों पर नाम तय कर सकती है।ये माना जा रहा है कि शेष सीटों पर विपक्षी दलों की रणनीतियों को देख बसपा अगले नाम घोषित कर सकती है। मगर इन सीटों पर नए चेहरों की तलाश की जा रही है।
यह भी पढ़ें: Rasulabad Assembly Constituency: इस सीट पर सपा, बसपा और भाजपा तीनों ने मारी बाजी, वर्तमान में बीजेपी काबिज, जानें सीट का इतिहास

आगामी विधानसभा 2022 के चुनाव को लेकर बसपा नए चेहरों को सामने लाएगी। अभी तक पार्टी ने बिल्हौर से मधु गौतम और बिठूर से पूर्व ब्लाक प्रमुख रमेश यादव को उम्मीदवार बनाया है। बताया जा रहा है कि 26 को घाटमपुर से प्रशांत दोहरे के नाम की घोषणा होगी। हालांकि कानपुर की शेष सात सीटों पर पार्टी ने अभी कोई नाम सामने नही किया है। मगर यह कहा जा रहा है कि यहां पुराने उम्मीदवार की बजाय पार्टी नए चेहरे उतारेगी। जिन विधानसभा सीटों पर अभी नाम की घोषणा होनी हैैं वहां आए दावेदारों की सामाजिक छवि को देखा जा रहा है।
गौरतलब हो कि विधानसभा चुनाव 2007 में कल्याणपुर सीट से बसपा एक हजार से भी कम वोटों से हारी थी। जबकि 2012 के चुनाव में पार्टी को तीसरा स्थान मिला था। वहीं पार्टी ने 2017 में चेहरा बदलकर दीपू निषाद को मैदान में उतारा था। अब यहां से अरुण तिवारी को उम्मीदवार बनाने की तैयारी है। इसी तरह महराजपुर, सीसामऊ, किदवई नगर, कैंट, गोविंदनगर सीट पर बसपा कभी नहीं जीती। इन सीटों पर जीत के लिए बूथों को मजबूत करने पर काम किया जा रहा है और जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर टिकट देने की तैयारी है। 1993 में सपा और बसपा गठबंधन होने पर पार्टी ने आर्यनगर सीट से जीत दर्ज की थी। इन सीटों पर छह से सात दावेदारों के नाम आए हैं। मुख्य सेक्टर प्रभारियों के पास उनकी सूची भेजी गई है ताकि नामों को अंतिम रूप दिया जा सके।

ट्रेंडिंग वीडियो