संघ और भाजपा में अच्छी पकड़
सलिल बिश्नोई की संघ और भाजपा के अंदर अच्छी पकड़़ है। संघ की शाखाओं में उन्होंने अपनी उपस्थिति भी दर्ज कराई है। विधायक के रूप में सलिल बिश्नोई तीन बार विधानसभा का प्रतिनिधित्वव कर चुके हैं। 2002 में पहली बार विधानसभा का चुनाव जीते थे। 2007 मेंं भी उन्होंने अपनी जीत बरकरार रखी। 2012 केेे अखलेश लहर में भी उन्होंनेे जीत दर्ज की।
औरैया जनपद के मूल निवासी हैं सलिल विश्नोई
औरैया जनपद के मूल निवासी सलिल विश्नोई केे पिता गोविंद बिश्नोई की गिनती क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों में होती थी। बीएससी एलएलबी तक शिक्षा ग्रहण करने वाले सलिल विश्नोई का अपना दाल मिल है। इसकेे अतिरिक्त कानपुर मेंं बिश्नोई समाज के लिए बिश्नोई मंदिर का निर्माण कराया। उनकी पत्नी डॉ. रोचना बिश्नोई कानपुर विश्वविद्यालय में संगीत की शिक्षिका हैं। सलिल विश्नोई को बनाए जाने पर समर्थकों में उत्साह है।