रहेंगे सांकेतिक हड़ताल पर कई बार उच्चाधिकारियों से मुलाकात की गई, लेकिन कोई ठोस निर्णय आज तक नहीं हो पाया है। परिवार के जीवन यापन के लिए कोटेदार मानसिक, आर्थिक और शारीरिक समस्याओं से बुरी तरह से ग्रस्त है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष ने चेताया कि अगर हमारी मांग को नहीं माना गया तो हम लोग न्यायालय की शरण लेने को मजबूर होंगे। राशन प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार तिवारी ने कहा कि प्रदेश भर में 80 हजार कोटे पांच अप्रैल को सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे। इस दिन राशन नहीं बंटेगा। इस हड़ताल की जनहित में पूरी जिम्मेदारी शासन की होगी।
इन मांगों को रखा गया प्रदेश के उचित दर विक्रेताओं को 300 रुपये प्रति कुंतल कमीशन व 30 हजार रुपये मानदेय दिया जाये। 2001 से बकाया डोर स्टेप डिलवरी के भुगतानों का बिल कोटेदारों को देना संभव नहीं है। विभाग अपने स्तर से भुगतान करे, क्योंकि विभाग के पास समस्त रिकॉर्ड उपलब्ध है। चीनी खाद्यान पर पूर्व की भांति प्रति क्विंटल के हिसाब से छीजन दिया जाए। अन्य विभागों की तरह कोटेदारों को भी स्वास्थ्य बीमा दिया जाये।