scriptफिल्मी अंदाज में एमआर का अपहरण करने वाले पर कसा पुलिस का शिकंजा | Updates in kidnapping case by becoming fake RAW agent | Patrika News

फिल्मी अंदाज में एमआर का अपहरण करने वाले पर कसा पुलिस का शिकंजा

locationकानपुरPublished: Feb 08, 2020 02:53:30 pm

फरार साथियों का सुराग पता लगाने को खोला जा रहा आपराधिक इतिहासफर्जी रॉ एजेंट बनकर दिया था अपहरण की घटना को अंजाम

फिल्मी अंदाज में एमआर का अपहरण करने वाले पर कसा पुलिस का शिकंजा

फिल्मी अंदाज में एमआर का अपहरण करने वाले पर कसा पुलिस का शिकंजा

कानपुर। शहर के कलक्टरगंज इलाके से एक नाटकीय अंदाज में किए गए अपहरण मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था, जबकि दो अन्य साथी मौका पाकर भाग निकले थे। अब पुलिस फरार अपराधियों की तलाश के लिए उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। दूसरी ओर पुलिस पकड़े गए अपराधियों का आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है। इन सातों में जिस तरीके से अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था वह पुलिस के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
रॉ अफसर बनकर आए थे अपहरणकर्ता
लालबंगला निवासी दवा एजेंट पिंटू गुप्ता का अपहरण करने वाले रॉ अफसर बनकर आए थे। एक जनवरी को अचानक सात रॉ अफसरों ने दवा एजेंट को कलक्टरगंज से उठाया। ख्ुाद को रॉ एजेंट बताने के चलते किसी ने उनका विरोध नहीं किया। मगर सच बाद में तब सामने आया जब दवा एजेंट को रिहा करने के बदले में १० लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
सरगना सहित पांच गिरफ्तार
फर्जी रॉ अफसर बनकर किए गए अपहरण के मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाई और अगले ही दिन आरोपियों को खोज निकाला। मगर जैसे ही पुलिस उनके ठिकाने तक पहुंची तो आरोपियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। इस मुठभेड़ में पुलिस ने मुख्य आरोपी फर्जी रॉ अधिकारी अमरोहा निवासी सतेंद्र कुमार उर्फ सत्य प्रकाश, बच्चा, मोहम्मद कासिफ, फैसल और सूरज मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। जबकि रेलबाजार निवासी शमशाद सहित दो अन्य फरार हो गए थे।
तलाश में जुटी पुलिस टीम
फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। दूसरी ओर मुख्य आरोपी की आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। इसके साथ ही उसके बयानों का सत्यापन किया जाएगा। सीओ कलक्टरगंज श्वेता यादव ने बताया कि पुलिस की एक टीम शुक्रवार को अमरोहा के धनौरा मंडी के ढींगरा निवासी मुख्य आरोपी सतेंद्र कुमार उर्फ सत्य प्रकाश के घर पहुंची। जहां उसके परिजनों और परिचितों के बयान दर्ज किए। इसके बाद टीम उसकी आपराधिक इतिहास, कनेक्शन और उसके बयानों का सत्यापन करने में जुट गई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो