लालबंगला निवासी दवा एजेंट पिंटू गुप्ता का अपहरण करने वाले रॉ अफसर बनकर आए थे। एक जनवरी को अचानक सात रॉ अफसरों ने दवा एजेंट को कलक्टरगंज से उठाया। ख्ुाद को रॉ एजेंट बताने के चलते किसी ने उनका विरोध नहीं किया। मगर सच बाद में तब सामने आया जब दवा एजेंट को रिहा करने के बदले में १० लाख रुपए की फिरौती मांगी गई।
फर्जी रॉ अफसर बनकर किए गए अपहरण के मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाई और अगले ही दिन आरोपियों को खोज निकाला। मगर जैसे ही पुलिस उनके ठिकाने तक पहुंची तो आरोपियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। इस मुठभेड़ में पुलिस ने मुख्य आरोपी फर्जी रॉ अधिकारी अमरोहा निवासी सतेंद्र कुमार उर्फ सत्य प्रकाश, बच्चा, मोहम्मद कासिफ, फैसल और सूरज मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। जबकि रेलबाजार निवासी शमशाद सहित दो अन्य फरार हो गए थे।
फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। दूसरी ओर मुख्य आरोपी की आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। इसके साथ ही उसके बयानों का सत्यापन किया जाएगा। सीओ कलक्टरगंज श्वेता यादव ने बताया कि पुलिस की एक टीम शुक्रवार को अमरोहा के धनौरा मंडी के ढींगरा निवासी मुख्य आरोपी सतेंद्र कुमार उर्फ सत्य प्रकाश के घर पहुंची। जहां उसके परिजनों और परिचितों के बयान दर्ज किए। इसके बाद टीम उसकी आपराधिक इतिहास, कनेक्शन और उसके बयानों का सत्यापन करने में जुट गई है।