दरअसल सीएम योगी द्वारा गुजरात के सांवली में वर्चुअल कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाई गई थी। जिसके बाद 18 सितंबर को इस तीन को कानपुर के लिए रवाना किया गया था। इस तरह 9 दिनों का समय लगने के बाद यह ट्रेन सोमवार देर रात कानपुर पहुंची। अब यहां यार्ड में मेट्रो के इंजीनियर बारीकी से जांच करेंगे कि ट्रेन में कहीं कोई कमी तो नहीं है। अगर कमी निकलती है तो सांवली की फैक्टरी में अगली आने वाली रैक को सुधरवाकर मंगवाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव भी यहां पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि इस ट्रेन में यात्रियों के बैठने की क्षमता 974 है। दरअसल विशेष सजावट और विशेष आकृति की ट्रेनें बनाने के लिए यूपीएमआरसी ने बम्बार्डियर कंपनी से एग्रीमेंट किया था। मगर इस कंपनी को टेक ओवर करने के कारण एल्सटॉन ने ट्रेनों की आपूर्ति शुरू की है।