चंदे को लेकर हुआ विवाद दरअसल मामला कानपुर देहात के अकबरपुर तहसील का है। पीडितों की मानें तो ये सभी राजस्व कालोनी में रहते हैं। सुबह जब कालोनी में सीवर सफाई का काम चल रहा था। तो इस दौरान कालोनी में रह रहे एडीएम के स्टेनो से महिलाओं ने सफाई कर्मचारी को पैसे देने के लिए चन्दा मांगा। बस इतनी सी बात पर स्टेनो महोदय भड़क गए और रुआब में आ गए। इसके बाद स्टेनो अनुरुद्ध कुमार की महिलाओं से कहासुनी हो गई। बात गाली गलौज से मारपीट तक आ पहुंची।
स्टेनो पर मारपीट व धमकी का आरोप पीड़ितों का कहना है कि इस बीच गुस्साए अनुरुद्ध ने मेरे साथ मारपीट भी की है। इस पर पीड़ितों ने अकबरपुर कोतवाली में अनुरुद्ध के खिलाफ एनसीआर भी दर्ज करा दी थी। मामला अभी यहां खत्म नही हुआ। आरोप है कि बीती शाम महिलाएं जब घर में अकेली ही थी। तभी अनुरुद्ध अपने कुछ साथियों के साथ घर में घुस आये और हम सभी को पीटना शुरू कर दिया। विरोध करने पर गाली गलौज करने लगे और जान से मारने की धमकी भी देने लगे। पीड़ित का ये भी आरोप है कि एडीएम ने खुद मेरे खिलाफ कोतवाली में झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया है।
अधिकारियों से नही मिला इंसाफ इसी बात को लेकर जब कालोनी के सभी लोग डीएम आवास पहुंचकर एडीएम के स्टेनो अनुरुद्ध और उनके साथियों के खिलाफ शिकायत करने पहुचे तो मामला अधिकारियों का होने पर जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने उनसे मिलने से मना कर दिया। साथ ही गेट के बाहर करने को बोल दिया। इसी बीच डीएम से बात कर बाहर निकल रहे एसडीएम अकबरपुर आनन्द सिंह को पीडितों ने रोक लिया और अपनी बात बताई। मामला अधिकारियों का होने पर एसडीएम ने भी उन सभी को घर जाने को बोल दिया और फिर अपने आवास को निकल गए। अब बेबस पीड़ित न्याय की गुहार लेकर भटक रहे हैं।