वीवीपैट से मतदाता होंगे निश्चिंत
बता दें कि विधानसभा चुनाव व अभी हाल में हुये निकाय चुनाव में मतदान के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी या छेड़छाड़ की अफवाहों को देख चुनाव आयोग ने सिकंदरा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में वीवीपैट (वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) सिस्टम लगाने का निर्णय लिया है। जिले में इसका पहली बार प्रयोग होने जा रहा है। वीवीपैट के जरिए मतदाता यह सुनिश्चित कर सकेगा कि जिस उम्मीदवार के पक्ष में वोट डाला है, उसी को मिला है या नहीं। जिससे भ्रम या शंका की स्थिति मतदाताओं में नहीं उत्पन्न होगी। विधानसभा चुनाव 2017 में सिकंदरा से जीते भाजपा विधायक मथुरा पाल के निधन से सीट रिक्त हो गई थी। इसकी वजह से उपचुनाव हो रहा है। इस विधानसभा मे 321975 मतदाता हैं जो यहां से विधायक चुनेंगे। इसके लिये प्रशासन ने तैयारी कर ली है 21 दिसंबर को 288 मतदान केंद्रों में 391 बूथों पर मतदान होगा। आम चुनाव में यहां पर 288 मतदान केंद्रों पर 369 बूथ बनाए गए थे। उपचुनाव में वीवीपैट की व्यवस्था के चलते 14 सौ से अधिक मतदाताओं वाले 22 मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त बूथ बनाने का फैसला किया गया है।
ऐसे काम करेगा वीवीपैट सिस्टम
मतदेय स्थल पर ईवीएम के साथ ही एक प्रिंटर व बॉक्स भी लगाया जाएगा। मतदाता पसंदीदा उम्मीदवार को वोट करने के लिए ईवीएम पर उसके चुनाव चिन्ह वाले बटन को दबाएगा। इसके बाद प्रिंटर की स्क्रीन पर उम्मीदवार का क्रमांक संख्या, नाम व चुनाव चिन्ह 7 सेकेंड तक दिखेगा। एक पर्ची भी निकलेगी जिसमें प्रत्याशी का नाम लिखा रहेगा। यह कुछ ही देर में वीवीपैट के अंदर वापस चली जाएगी। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देश पर उपचुनाव में वीवीपैट मशीन का प्रयोग हो रहा है। इस सुविधा से मतदाताओं को तसल्ली रहेगी कि उन्होने अपने तय उम्मीदवार को ही वोट दिया है।