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मनोहर पर्रिकर के चलते नहीं बिकी आयुध फैक्ट्री

locationकानपुरPublished: Mar 18, 2019 12:58:33 am

Submitted by:

Vinod Nigam

बतौर रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर दो बार कानपुर आए और आयुध ईकाईयों का दौरा किया तो भाजपा नेताओं के घर जाकर उनके साथ शहर के मिजाज को जाना, उनके निधन पर कार्यकर्ता दुखी।

when manohar parrikar came to kanpur

मनोहर पर्रिकर के चलते नहीं बिकी आयुध फैक्ट्री

कानपुर। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार की शाम निधन हो गया। ये खबर जैसे ही कानपुर के लोगों को हुई तो सबके आंख से आंसू छलक पड़े। बतौर रक्षामंत्री वो दो बार कानपुर आए। उस दौरान आयुध फैक्ट्रियों को प्राईवेट व बेंचे जाने की चर्चा चल रही थी। उन्होंने अपने दौरे के दौरान साफ कहा था कि मजदूरों के शहर की शान को हम नीलाम नहीं होने देंगे। यहीं से आधुनिक हथियारों का निर्माण कराया जाएगा। सेना के साथ-साथ इन्हें दूसरे देशों में बेंचा जाएगा।

जिंदादिल इंसान थे पर्रिकर
देश के पूर्व रक्षामंत्री व गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का लंबी बीमारी के चलते रविवार को निधन हो गया। इस पर कानपुर-बुंदेलखंड भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने कहा कि पर्रिकर के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए बताया बतौर रक्षामंत्री वो कानपुर दो बार आए। इस दौरान उनके करीब जाने का मौका मिला। वो एक जिंदादिल इंसान और एक अच्छे राजनेता थे। उनके इस दुनिया से चले जाने से देश के साथ ही पार्टी को क्षति पहुंची है।

कानपुर की थी प्रसंसा
मानवेंद्र सिंह ने बताया कि रक्षामंत्री के तौर पर वो पहली बार कानपुर आए। उन्हें रिसीब करने के हमें मौका मिला। वो सीधे आयुध फैक्ट्रियों का निरीक्षण करने लिए गए। उस दौरान उन्होंने कहा था कि महानगर की आयुध निर्माणियों देश को अच्छे हथियार देने की पूरी क्षमता है। उन्होंने उस दौरान कहा था कि कानपुर क्रंातिकारियों के साथ आर्थिक नगरी है। यहां पर आईआईटी, एचबीटीयू जैसे बड़े शिक्षण संस्थान हैं। उन्होंने आईआईटीएन्स से कहा था कि आप भी आधुनिक हथियारों पर शोध करें और आयुध के साथ मिलकी औजार बनाएं।

योग दिवस में लिया था भाग
मानवेंद्र सिंह बताते हैं कि वो दूसरी बार वह सेना के स्थानीय ब्रिगेडियर के बुलावे पर यहां योग दिवस में शामिल होने आए थे। इस दौरान उन्होंने महानगर के लोगों के साथ योग भी किया था। सेना के अधिकारियों, जवानों से मिलने के बाद वह भाजपा कार्यकर्ताओं से भी मिले थे। वह भाजपा के नेताओं के आवास पर भी गए थे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत भी की थी। मानवेंद्र सिंह ने बताया कि बैठक के दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा था कि कुछ पाना हो तो राजनीति छोड़ दीजिए। करने की चाहत हो तो डटे रहिए ।

इन नेताओं किया शोक प्रकट
शोक प्रकट करने वालों में कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचैरी, कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, सांसद मुरली मनोहर जोशी, एमएलसी अरुण पाठक सहित कई लोग शामिल हैं। विधायक अरूण पाठक बताते हैं कि जब पर्रिकर जी कानपुर आए तो हमारे घर भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने डीएवी काॅलेज के बारे मेें चर्चा की। अटल जी के किस्से सुनें तो कुछ कहानियां हमें भी सुनाई। पाठक कहते हैं कि 63 साल की उम्र में उनके निधन से देश व पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है। देश को ऐसे कई पर्रिकर की बहुत जरूरत है।

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