कानपुर देहात के रसूलाबाद क्षेत्र के मुनौरापुर के सुनील की उनके पड़ोसी रामजीवन कठेरिया से रंजिश है। बताया गया कि बीते 2016 में रामजीवन ने पड़ोसी सुनील, उनके भाई दीपू, मानसिंह व रीतू पर अपने 16 वर्षीय बेटे गोविंद के अपहरण व हत्या का आरोप लगा मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमे सुनील के भाई तो फरार हो गए, लेकिन सुनील जेल भेज दिया गया। वहीं सुनील अगस्त 2018 में जमानत पर छूटा, लेकिन मुकदमा अब भी विचाराधीन है। गुरुवार को गोविंद सही सलामत मुंबई से ट्रेन से लौट आया।
उसने डायल-112 को सूचना दी तो पुलिस ने उसे स्नेहलता डिग्री कालेज में क्वारंटाइन किया। गोविंद ने बताया कि वह दोस्त दीपू के साथ दिल्ली काम के लिए गया था। वहां से कानपुर लौटने में वह गलत ट्रेन से मुंबई पहुंच गया। वहां एक कैटरर के पास काम करने लगा। इसकी सूचना घर वालों को दी और रुपये भी भेजता रहा, लेकिन घरवालों ने पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी। वहीं एसपी अनुराग वत्स ने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। इसे पता करवाएंगे। मामले में पुलिस या पड़ोसी जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।