Read: अब महिलाएं शहर में कर सकेंगी सुरक्षित यात्रा, फर्राटा भरते नजर आएंगे गुलाबी ऑटो उन्होंने कहा है कि किसी भी शिक्षक को तब तक छुट्टी न दी जाए, जब तक शिक्षक द्वारा सीएमओ का सर्टिफिकेट कार्यालय में जमा हो जाए। बताया गया कि प्रत्येक वर्ष जब भी बोर्ड परीक्षाएं होती हैं, तो शिक्षकों को बीमारी समेत अन्य बहानों के माध्यम से शिक्षक संगठन के पदाधिकारी डीआइओएस कार्यालय में राजनीतिक रोटियां सेंकते हैं। वह शिक्षकों के समूह को लेकर विभागीय अफसरों पर दबाव भी बनाते हैं। हालांकि नए नियम लागू होने के बाद इस बार वो भी कुछ नहीं कर सकेंगे। डीआइओएस सतीश तिवारी ने बताया कि जो शिक्षक सीएमओ कार्यालय से अपनी जांच का सर्टिफिकेट (CMO Medical Certificate) लेकर छुट्टी के लिए आवेदन करेंगे, उनकी छुट्टी ही स्वीकार की जाएगी। बोर्ड सचिव के आदेश का नियमत: पालन कराएंगे।