
इस अस्पताल में प्रसूताओं व नवजात के हालात जानकर दंग रह जाएंगे, इसे क्या कहेंगे आप
कानपुर देहात-बारिश की उमस भरी गर्मी में जहां लोगों का जीना मुहाल है, वहीं अफसरों की हीलाहवाली के चलते संयुक्त जिला अस्पताल की मैटरनिटी विंग प्रसूता महिलाएं व नवजात कभी भी समस्याओं से दो चार हो सकते हैं। जबकि यहां बिजली न आने की स्थिति में दो जेनरेटरों की आपूर्ति कर दी गई थी, लेकिन उनका लोड चेक न होने के कारण संचालन ठप पड़ा हुआ है। ऐसे में कई घंटों तक बिजली गुल रहने की स्थिति में प्रसूता महिलाओं व नवजातों की जान पर आफत बन सकती है।
बताते चलें कि गर्भवती महिलाओं के संस्थागत प्रसव के लिए कानपुर देहात के संयुक्त जिला अस्पताल में 30 शैया वाले महिला अस्पताल के अलावा 1920.69 लाख रुपये की लागत से 100 शैया मैटरनिटी विंग का संचालन बीते मार्च से शुरू कर दिया गया। इसके साथ ही बिजली न आने पर किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा 62.5 केवीए व 125 केवीए के दो जेनरेटर आपूर्ति किए गए, लेकिन संस्था की ओर से जेनरेटर का लोड चेक करने के लिए अभी तक इंजीनियर नहीं भेजा गया। इसके चलते जेनरेटर से मैटरनिटी विंग का कनेक्शन नहीं हो सका है। बिजली न आने की स्थिति पर भीषण गर्मी में प्रसूताओं व नवजात बच्चों के लिए आफत बनती है।
महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. कुमकुम शर्मा ने बताया कि दोनो जेनरेटर का लोड चेक न होने के कारण संचालन शुरू नहीं हो पा रहा है। जेनरेटर आपूर्ति करने वाली संस्था के महाप्रबंधक उपकरण को बीती 13 जून को पत्र भेजकर वार्ता भी की गई, लेकिन इंजीनियर अभी तक जेनरेटर का लोड चेक करने नहीं आए हैं। इससे स्वास्थ सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि मैटरनिटी विंग में जेनरेटर का संचालन न शुरू होने की समस्या है। आपूर्ति करने वाली संस्था के लखनऊ मुख्यालय पर अधिकारियों से वार्ता की गई है। उन्होंने दो-चार दिन में जेनरेटर का संचालन शुरू कराने की बात कही है।
Published on:
08 Jul 2019 09:25 pm
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