अलग से चलेगी योग शिक्षा की कक्षा
भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) ने जुलाई से शुरू होने वाले एमबीबीएस के सत्र में नए पाठ्यक्रम की व्यवस्था की है। अब एमबीबीएस के पुराने कोर्स के अलावा अलग से योग शिक्षा की कक्षाएं चलेंगी। मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रोज सुबह छात्र-छात्राओं को योग का अभ्यास भी कराया जाएगा।
भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) ने जुलाई से शुरू होने वाले एमबीबीएस के सत्र में नए पाठ्यक्रम की व्यवस्था की है। अब एमबीबीएस के पुराने कोर्स के अलावा अलग से योग शिक्षा की कक्षाएं चलेंगी। मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में रोज सुबह छात्र-छात्राओं को योग का अभ्यास भी कराया जाएगा।
योग से इलाज भी सिखाया जाएगा
मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी का कहना है कि योग का कोर्स शामिल करने के बाद एमबीबीएस के कोर्स को भी अधिक व्यवहारिक बनाया गया है, जिसमें प्रैक्टिकल ज्यादा है। इससे छात्रों की क्लीनिकल योग्यता बढ़ेगी। नए कोर्स में रोगियों का योग के जरिए भी उपचार करने के बारे में छात्रों को सिखाया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी का कहना है कि योग का कोर्स शामिल करने के बाद एमबीबीएस के कोर्स को भी अधिक व्यवहारिक बनाया गया है, जिसमें प्रैक्टिकल ज्यादा है। इससे छात्रों की क्लीनिकल योग्यता बढ़ेगी। नए कोर्स में रोगियों का योग के जरिए भी उपचार करने के बारे में छात्रों को सिखाया जाएगा।
डॉक्टरों का सुधरेगा व्यवहार
अधिक काम के चलते हैलट के डॉक्टरों में चिड़चिड़ापन बढ़ गया है। जिस कारण वे अक्सर मरीजों से लड़ जाते हैं और कई बार डॉक्टरों ने मिलकर मरीजों के तीमारदारों को भी पीटा। हाल ही में हुई घटना के बाद मेडिकल कॉलेज अब डॉक्टरों के व्यवहार में परिवर्तन की कोशिश में जुटा है। योग इसमें काफी सहायक होगा। डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले छात्र जब डॉक्टर बनकर बाहर आएंगे तो उनका रवैया मौजूदा डॉक्टरों से अलग होगा।
अधिक काम के चलते हैलट के डॉक्टरों में चिड़चिड़ापन बढ़ गया है। जिस कारण वे अक्सर मरीजों से लड़ जाते हैं और कई बार डॉक्टरों ने मिलकर मरीजों के तीमारदारों को भी पीटा। हाल ही में हुई घटना के बाद मेडिकल कॉलेज अब डॉक्टरों के व्यवहार में परिवर्तन की कोशिश में जुटा है। योग इसमें काफी सहायक होगा। डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले छात्र जब डॉक्टर बनकर बाहर आएंगे तो उनका रवैया मौजूदा डॉक्टरों से अलग होगा।
सजा के रूप में कराया जाता योग
मेडिकल कॉलेज में झगड़ा या मारपीट करने वाले छात्रों और जूनियर डॉक्टरों का दिमाग शांत रखने के लिए सजा के रूप में उनसे योगाभ्यास कराया जाता है। प्राचार्य का कहना है कि इंटर्न के छात्रोंं में योगाभ्यास से उनमें सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। अब उन्हें गुस्सा कम आता है।
मेडिकल कॉलेज में झगड़ा या मारपीट करने वाले छात्रों और जूनियर डॉक्टरों का दिमाग शांत रखने के लिए सजा के रूप में उनसे योगाभ्यास कराया जाता है। प्राचार्य का कहना है कि इंटर्न के छात्रोंं में योगाभ्यास से उनमें सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। अब उन्हें गुस्सा कम आता है।