नाथ संप्रदाय से जुड़े लोग नहीं मनाते हैं जन्मदिन गौरतलब है कि नाथ संप्रदाय की दीक्षा लेने के बाद जन्मदिन मनाने पर पाबंदी रहती है। इसी कारण अजय कुमार सिंह से योगी आदित्यनाथ बनने के बाद मुख्यमंत्री ने भी कभी अपना जन्मदिन नहीं मनाया है। बतौर मुख्यमंत्री यह उनका दूसरा जन्मदिन था, लेकिन पिछले साल अपने जन्मदिन से सिर्फ ढाई महीने पहले योगी ने सीएम की कुर्सी संभाली थी, ऐसे में ज्यादातर लोगों को जन्मतिथि के बारे में जानकारी नहीं थी। इस मर्तबा समर्थकों में योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन को लेकर जबरदस्त उत्साह है। कानपुर में खुद मुख्यमंत्री मौजूद थे तो जगह-जगह उनका जन्मदिन भव्य तरीके से मनाया गया। प्रशासनिक अफसरों ने जन्मदिन के उपलक्ष्य में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम कंट्रोल रूम के बाहर योगी आदित्यनाथ से पौधरोपण कराया, लेकिन परंपरा की जानकारी होने के बाद सफाई में बताया गया कि यह पौधरोपण जन्मदिन के उपलक्ष्य में नहीं, बल्कि इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू होने के उपलक्ष्य में बतौर यादगार कराया गया है।
46वें जन्मदिन पर 46 किलो का लड्डू, 500 किलो मिठाई 5 जून 2018 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 46 वर्ष के पूर्ण हो गए। इस अवसर पर परमट में योगी समर्थकों ने 46 किलो का लड्डू बनाकर मंदिर में चढ़ाया। गोविंदनगर और लालबंगला क्षेत्र में भाजपाइयों ने सैकड़ों किलो मिठाई और शर्बत का वितरण कराया। कई बाजार में भगवा रंग के गुब्बारे सजाए गए और भंडारे का आयोजन किया गया। व्यापारी नेता धीरेंद्र गुप्ता और धीरू ने कहाकि विशाल हिंदू समाज को ध्यान में रखते हुए हिंदू एकता दिवस के रूप में योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन मनाया गया है। संयोग से जिस दिन मुख्यमंत्री का जन्मदिन है, उसी दिन (पांच जून) विश्व पर्यावरण दिवस भी है। मुख्यमंत्री ने इसी कारण कानपुर में पर्यावरण से संबंधित गंगा हरीतिमा कार्यक्रम में हिस्सा लिया और प्लास्टिक मुक्त नदियों पर बनाई गई चित्रकला बनाने वाले बच्चों को सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्होंने स्वच्छ एटीएम का लोकार्पण भी किया।