बांदा जेल में बंद हैं मुख्तार अंसारी
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार जेलों में एलईडी टीवी लगाने जा रही है। पहले चरण में बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर और महोबा की जेलों में 20-20 टीवी लगाई जाएंगी। एलईडी स्क्रीन का आकार 40 इंच होगा, ताकि बैरक के हर हिस्से से बंदी आसानी से प्रसारण देख सकें। इसके लिए कारागार विभाग के अपर महानिदेशक चंद्र प्रकाश ने सभी जेल अधीक्षकों से एलईडी स्क्रीन लगवाने का प्रस्ताव मांगा है। इसी के बाद बांदा, चित्रकूट, महोबा और हमीरपुर की जेलों में की बैरकों की संख्या का विवरण तैयार कर शासन को भेजे जाने का काम शुरू हो गया है। बांदा जेल के प्रभारी जेल अधीक्षक आरके सिंह ने बताया कि टीवी में योग, प्रवचन, रामायण जैसे धार्मिक सीरियल दिखाए जाएंगे। मुख्तार अंसारी की बैरक में भी टीवी लगाई जाएंगी।
64 जेलों में 900 टीवी लगेंगे
पहले चरण में प्रदेश के 64 कारागारों के लिये 900 टीवी खरीदे जाएंगे। जिनकी कीमत लगभग सवा तीन करोड़ रूपए से अधिक है। कानपुर मंडल की जेलों में 30 तो बुंदेलखंड के चार जिलों में 20 एलईडी टीवी लगाए जाएंगे। जेल प्रशासन 30 नवंबर 2018 तक यह टीवी खरीदकर प्रदेश की 64 जेलों में लगाएगा। मंत्री जयकुमार सिंह जैकी ने बताया कि जेलों में एलईडी टीवी लगाने के आदेश के अनुरूप धनराशि स्वीकृत हो गयी है। उन्होंने कहा कि जेल में टीवी लगाये जाने का मतलब केवल कैदियों का मनोरंजन ही नहीं, बल्कि टीवी के माध्यम से उन्हें आध्यात्मिक संदेश, प्रवचन, योगा, आदि भी सिखाये जायेंगे। कैदियों को प्रेरणादायक कार्यक्रम और देश भक्ति से भरी फिल्में भी दिखायी जायेंगी।
अन्य जेलों में लगेंगी टीवी
कारागार मंत्री जैयकुमार जैकी ने बताया कि बंदियों को जेल के अंदर रोजगार के साथ उन्हें धर्म के बारे में भी अगवत कराए जाने के लिए टीवी लगाए जाने का फैसला लिया गया है। बताया, महिला बंदियों को सिलाई, कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा समय-समय पर योग और धार्मिक आयोजन भी कराए जाते हैं। बंदियों को नशे से मुक्त रखने के लिए नशा मुक्ति प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। मंत्री ने बताया कि जेल के अंदर बंदियों का सही रास्ते पर लाने जाने के प्रयास भी किए जाते हैं। बंदियों को नियमित अच्छा भोजन और अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई गई हैं। मंत्री ने बताया कि शेष बचे जेलों में टीवी लगवा दी जाएगी।
सेनेटरी पैड्स बनाएंगी महिला बंदी
इनरव्हील क्लब ऑफ कानपुर ईस्ट की पूर्व अध्यक्ष मनीषा बाजपेई ने जिला जेल में करीब दो साल पहले महिला बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई-कढ़ाई का काम शुरू कराया था। मनीषा ने कारागार मंत्री जय कुमार सिंह जैकी को महिला बंदियों के सशक्तीकरण और कौशल विकास के लिए जोया पैड्स सेनेटरी नैपकिन उद्योग की स्थापना के लिए प्रस्ताव दिया था। जेल अफसरों ने प्रस्ताव का परीक्षण किया। तय हुआ कि महिला बंदी सेनेटरी पैड्स बनाएंगी। जेल में उद्योग स्थापित करने में मनीषा की पुनर्नवा फाउंडेशन उनकी मदद करेगी। सामाजिक संस्थाओं और शासन की मदद से बाजारों में यहां बने उत्पाद बेचे जाएंगे। मनीषा बाजपेई ने बताया कि महिला बंदियों द्वारा बनाए गए सेनेटेरी पैड्स जोया पैड्स के नाम से उपलब्ध होंगे। इसकी पैकेजिंग में प्लास्टिक का उपयोग नहीं होगा।