कुछ इस तरह से हुआ खुलासा
टसलहा विभाग में लाइसेंस के आवेदन के लिए फॉर्म खरीदने के दौरान आवेदक को अपना आधार कार्ड की फोटोकॉपी देना जरूरी होता है। लगभग एक माह के बाद जब असलहा विभाग ने बेंचे गए लाइसेंस फार्म का रिव्यू किया। इसके बाद यह जानकारी निकलकर सामने आई कि 3500 फॉर्म में से 75 फीसदी युवा जिनकी उम्र 25 से 32 के बीच है, ने असलहे के लिए आवेदन किया हैं। आधारकार्ड के साथ ही फार्म में चस्पा फोटो देखने के बाद विभाग को पता चला कि सभी युवा रौबीली मुंह रखे हुए हैं।
35 सौ फार्म बिके
एक माह के दौरान करीब 35 सौ फार्म बिक गए। जिनमें से 650 में एवीडेंस में कमी होने के चलते निरस्त कर दिए गए। बावजूद विभाग में सुबह से लेकर शाम तक आवेदनकर्ताओं की भीड़ रहती है। लाइसेंस लेने के लिए विभाग ने कड़े नियम भी बनाए हुए हैं। आवेदक को मेंटल सर्टिफिकेट के अलावा मेंटल हेल्थ सर्टिफिकेट भी फार्म के साथ देना होता है। उसके बावजूद फार्म की बिक्री में कमीं नहीं आई। विभाग में सप्ताह में एक दिन यानि शनिवार को ही फार्म जमा होते हैं।एक फार्म की फीस दो सौ रूपए हैं। सरकारी खजाने में अभी तक 7 लाख रूपए जमा किए जा चुके हैं।
26 सौ युवाओं ने किया आवेदन
एक माह के दौरान 35 सौ फार्म में से 26 युवाओं के पाए गए। युवा फार्म जमा करने के बाद भाजपा के स्थानीय नेताओं के पास जाकर जुगाड़ भी लगवा रहे हैं। इसके अलावा इन 26 सौ फार्म से 70 फीसदी भाजपा नेताओं के परिजनों के साथ ही कार्यकर्ताओं के हैं। शनिवार की सुबह से भगवा गमछा डालकर युवा असलहा विभाग में जाते हैं और रौब दिखाकर जल्द से जल्द असलहा का लाइसेंस देने की धमकी अधिकारियों को देते हैं। इस मामले पर एडीएम सिटी विवेक श्रीवास्तव ने कहा के युवाओं में असलहा का क्रेज तो बढ़ा है। पर मेरी लोगों से अपील है कि अगर आपी जान को खतरा नहीं है तो असलहा लेने से बचा जा सकता है।