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आवारा मवेशियों के लिए इस इंसान ने ऐसा कर डाला, पूरे जिले में हो रही चर्चा

locationकानपुरPublished: Aug 28, 2019 04:25:23 pm

Submitted by:

Arvind Kumar Verma

इससे आवारा पशु उसके बाहर न निकले और उनके खान-पान बैठने उठने का सही प्रबंध किया है।

आवारा मवेशियों के लिए इस इंसान ने ऐसा कर डाला, पूरे जिले में हो रही चर्चा

आवारा मवेशियों के लिए इस इंसान ने ऐसा कर डाला, पूरे जिले में हो रही चर्चा

कानपुर देहात-उत्तर प्रदेश सरकार आवारा पशुओं के लिए आश्रय स्थल से लेकर पशु टैगिंग जैसी बेहतर व्यवस्था में मुस्तैद है, लेकिन इससे इतर जनपद कानपुर देहात के रसूलाबाद क्षेत्र के एक युवक ने आहत होकर अपनी मेहनत के बल पर एक गौशाला बना डाली। आज वह आवारा पशुओं की रक्षा व किसानों की फसलों की सुरक्षा की बागडोर संभालते हुए पशु आश्रय स्थल का निरंतर ख्याल रख़ रहा है। दरअसल रसूलाबाद तहसील क्षेत्र के राना इटहा ग्राम पंचायत का मजरा सिहुआवीरा गांव निवासी गोविंद पाल एक ट्रक चालक था। ट्रक चलाते हुए सड़क से कहीं जा रहा था। तभी रास्ते में एक युवक द्वारा गाय को डंडों से मारते हुए उससे देखा न गया तो उसने लड़के से गाय को न मारने की बात कही।
जवाब में उस लड़के ने ट्रक चालक गोविंद से अपशब्द कहे और कहा कि इतनी ज्यादा दया आ रही है तो इस गाय को तुम ही क्यों नहीं ले जाते। लड़के की वह बात चालक को आहत कर गयी और उसका हृदय परिवर्तन हो गया। इस पर वह उस गाय को अपने साथ ले आया। धीरे-धीरे उसके पास एक से चार गाय हो गई और आवारा घूमती हुई गायों को देख उसने सभी को बांधना शुरू कर दिया। देखते देखते इस समय वर्तमान में 60 से 70 गाय उसके गांव में खेतों के निकट है। जहां पर उसने चारों तरफ बांस और लकड़ी से बेरीकेटिंग बना दिए। इससे आवारा पशु उसके बाहर न निकले और उनके खान-पान बैठने उठने का सही प्रबंध किया है।
किसी भी प्रशासनिक मद की सहायता न मिलने के बावजूद गोविंद पशुओं की देखभाल करने के लिए निजी धन का उपयोग करता है। उसका काफी जमा धन इस गौशाला चलाने में खर्च हो गया है। जबकि गोविंद के बच्चे पढ़ाई तक नहीं कर पा रहे। इसके बावजूद आवारा पशुओं को रखने में कोई गुरेज नहीं कर रहा है। गोविंद के इस सराहनीय कार्य को लेकर उच्च अधिकारियों को जानकारी दी गयी, लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी। देखा जाए तो गोविंद पाल द्वारा गौरक्षा की तरफ बढ़ाया गया एक सराहनीय कदम है, जो कि समाज में एक नजीर पेश कर रहा है। उसने बताया कि मैं भले ही सड़क पर भीख मांगने लगूँ लेकिन आवारा पशु, जो उसने पाले हैं उनको खाना पानी निरंतर देगा। इस बीच उसने शासन से मदद की गुहार भी लगाई है।
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