जीका वायरस मिलने से स्वास्थ महकमा अलर्ट लालबंगला के परदेवनपुरवा निवासी एयरफोर्स कर्मी की जांच में जीका वायरस की पुष्टि हुई तो स्वास्थ विभाग अलर्ट हो गया है। वायुसेना के कानपुर स्थित सेवन एयरफोर्स अस्पताल में एयरफोर्स कर्मी की जांच में जीका वायरस की पुष्टि के बाद प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे ने सतर्कता के निर्देश जारी कर दिए हैं। वहीं बीते दिनों कानपुर में बुखार पीड़ितों की मौतों को लेकर ये माना जा रहा है कि इन मौतों का कारण जीका वायरस संभव हो सकता है। फिलहाल जीका वायरस का पहला मरीज कानपुर में मिलने पर हड़कंप मचा हुआ है। इसको लेकर हैलट अस्पताल में भी अलर्ट जारी किया गया है।
इन लक्षणों पर कराया जाए जीका वायरस का टेस्ट प्राचार्य प्रो. संजय काला ने कहा है कि अगर बुखार का कोई भी मरीज, जिसे कई दिनों से बुखार है। उसका डेंगू, मलेरिया और टायफाइड का टेस्ट निगेटिव आ रहा है। उसके जोड़ों में भीषण दर्द है और आंखों में जलन के साथ कीचड़ आ रहा है। ओपीडी एवं इमरजेंसी में ऐसे लक्षण के साथ आने वाले मरीजों का जीका वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए टेस्ट जरूर कराया जाए। एयरफोर्स में मास्टर वारंट आफीसर करीब एक सप्ताह पहले बीमार हुए थे और सेवेन एयरफोर्स अस्पताल में भर्ती थे। जांच के लिए उनका सैंपल पुणे भिजवाया था। जांच रिपोर्ट में जीका वायरस की पुष्टि हुई। एयरफोर्स कर्मी के संक्रमित होने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
फिलहाल जीएसवीएम में नहीं है इसकी जांच सुविधा जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि मेडिकल कालेज में फिलहाल जांच की सुविधा नहीं है। एलएलआर में आने वाले मरीजों का सैंपल लेकर जांच के लिए लखनऊ के संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआइ) या किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) भेजा जाएगा। साथ ही महाराष्ट्र के पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलाजी (एनआइवी) भी भेजा जाएगा।