रास्ते में विभिन्न स्थानों पर लोगों ने पुष्प वर्षा व शर्बत पिला कर बारात का स्वागत किया। समारोह स्थल पर बनी जनकपुरी में पहुंचने पर वधु पक्ष की ओर से दूल्हे व उसके परिजनों का स्वागत किया गया।
इसके बाद अलग-अलग मंडप में आचार्य अवधेश शर्मा के सानिध्य तुलसी- सालिगराम के साथ ही 15 वर-वधुओं का पाणिग्रहण संस्कार हुआ। सम्मेलन संयोजक श्रीनिवास शांडिल्य ने बताया कि आयोजन समिति की ओर से वर-वधु को बैड, ड्रेसिंग, आलमारी, कपडे, सोने-चांदी के आभूषण समेत विभिन्न उपहार प्रदान किए गए। बाद में अतिथियों ने नव विवाहित जोड़ों को आर्शीवाद दिया।
फिजूल खर्ची पर लगती है रोक
सामूहिक विवाह सम्मेलन में अतिथि के रूप में विधायक भरोसीलाल जाटव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश मामू, ब्राह्मण समाज अध्यक्ष वासुदेव शर्मा, युवा जाट महासभा के जिलाध्यक्ष करतारसिंह चौधरी, महेन्द्र लोढ़ी, देवीशरण शर्मा, बाबूलाल पाराशर, ब्रह्मदत्त शर्मा, शिवदत्त शर्मा, रामनिवास शर्मा ने विचार व्यक्त किए।
सामूहिक विवाह सम्मेलन में अतिथि के रूप में विधायक भरोसीलाल जाटव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश मामू, ब्राह्मण समाज अध्यक्ष वासुदेव शर्मा, युवा जाट महासभा के जिलाध्यक्ष करतारसिंह चौधरी, महेन्द्र लोढ़ी, देवीशरण शर्मा, बाबूलाल पाराशर, ब्रह्मदत्त शर्मा, शिवदत्त शर्मा, रामनिवास शर्मा ने विचार व्यक्त किए।
अतिथिओं ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन से फिजूलखर्ची पर रोक लगती है। इस दौरान पार्षद सत्यप्रकाश शर्मा, नरेन्द्र बाबा, पूरण शर्मा, खुशीराम शर्मा, मंजीत मुद्गल, अशोक शर्मा, सुरेश शर्मा सहित हजारों लोग मौजूद थे। (पत्रिका संवाददाता)